राजधानी में असरदार रहा चक्का जाम बस, ट्रक और डीजल ऑटो नहीं चले

रांची : परिवहन व्यवसाय के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लागू की गयी नीतियों के खिलाफ ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन कांग्रेस ने शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी चक्का जाम का आह्वान किया था. इस चक्का जाम का झारखंड में भी असर दिखा. खासकर बड़े व्यावसायिक वाहन कम संख्या में चले. हालांकि, राजधानी रांची में छोटे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2018 9:05 AM
रांची : परिवहन व्यवसाय के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लागू की गयी नीतियों के खिलाफ ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन कांग्रेस ने शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी चक्का जाम का आह्वान किया था. इस चक्का जाम का झारखंड में भी असर दिखा. खासकर बड़े व्यावसायिक वाहन कम संख्या में चले. हालांकि, राजधानी रांची में छोटे व्यावसायिक वाहन व ऑटो चलते दिखे, लेकिन इनकी संख्या नहीं के बराबर थी.
झारखंड में इस आंदोलन का नेतृत्व झारखंड मोटर फेडरेशन कर रहा था.
फेडरेशन ने दावा किया कि चक्का जाम स्वत: स्फूर्त और सफल रहा. आरजीटीए के सदस्यों ने निर्णय लिया है कि सरकार द्वारा शनिवार तक हमारी मांगों पर निर्णय नहीं लिया, तो एसोसिएशन के सदस्य रविवार को बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे. जनहित को ध्यान रखते हुए शनिवार को माल की बुकिंग, डिलिवरी, लोडिंग, अनलोडिंग की जायेगी.
रोजाना सफर करनेवाले यात्री हुए परेशान
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के देशव्यापी चक्का जाम का असर राजधानी की सड़कों पर साफ दिखा. डीजल से चलने वाले ऑटो का परिचालन कम हुआ, जिससे लोगों को परेशानी हुई. सबसे ज्यादा परेशानी धुर्वा, हिनू, एचइसी आदि इलाके से आने वाले लोगों को हुई, जहां डीजल ऑटो का संचालन होता है. हालांकि, शाम होते ही ऑटो का परिचालन सामान्य हो गया.
राजधानी में चक्का जाम में ये लोग थे शामिल
संजय जैन, सुनील सिंह चौहान, पवन शर्मा, श्याम बिहारी सिंह, प्रभाकर सिंह, मदनलाल पारीक, सुनील माथुर, शिवशंकर प्रसाद, राजकिशोर सिंह, रवींद्र दुबे, मुन्ना सिंह, राजेश चौधरी, रंजीत तिवारी, नीरज ग्रोवर, सुरेश शर्मा, विनोद बगड़िया, महेंद्र कुशवाहा, बब्लू श्रीवास्तव, अशोक सिंह, ओमबाबू हेतमसरिया, मनीष चौधरी, अजीत कुमार प्रसाद, महेंद्र सिंह,मनीष यादव, ललन श्रीवास्तव, सरदार कवल जीत सिंह, भीष्म सिंह, मनोज तिवारी, राजेश शर्मा, राहुल गुप्ता, राजेश जालान, मुन्ना, राज वर्मा, सूरज चौधरी, सुभाष चौधरी, मंटू लाल, कृष्णा सिंह, अमित श्रीवास्तव आदि.
राष्ट्रव्यापी था चक्का जाम
सड़कों पर कम संख्या में दिखे छोटे मालवाहक वाहन, कारोबार भी हुआ प्रभावित
ट्रांसपोर्ट कंपनियों के दफ्तर बंद रहे, माल की बुकिंग, डिलिवरी, लोडिंग, अनलोडिंग नहीं हुई
आज मांगें पूरी नहीं होने पर रविवार को होगी बैठक, आगे की रणनीति बनायेगा एसोसिएशन
इन संगठनों ने किया चक्का जाम का समर्थन
चक्का जाम को झारखंड मोटर फेडरेशन, टेंपों संघ, झारखंड मिनी ट्रक ऑनर एसोसिएशन, झारखंड डीजल ऑटो चालक संघ, झारखंड बस ऑनर एसोसिएशन, रांची बस ऑनर एसोसिएशन, रांची लोकल ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, झारखंड बालू ट्रक ऑनर एसोसिएशन, हटिया गुड्स एसोसिएशन, नामकुम गुड्स शेड एसोसिएशन, रांची जिला मालवाहक टेंपों संघ, रांची जिला टेंपो संघ आदि ने समर्थन दिया था.
डीजल की दर में कमी, टोल से मुक्ति, ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को जीएसटी से मुक्ति, ई-वे बिल के नियमों में संशोधन और प्री पेड डिलिवरी सिस्टम को सरल बनाने को लेकर आंदोलन जारी रहेगा. जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती, हमारा आंदोलन जारी रहेगा.
ललित नारायण ओझा, अध्यक्ष, झारखंड मोटर फेडरेशन

Next Article

Exit mobile version