Amazon Alexa बनानेवाले रांची के रोहित प्रसाद को कितना जानते हैं आप?
दुनिया कीसबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों मेंशुमार अमेजन ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसबेस्ड वर्चुअल असिस्टेंट स्मार्ट स्पीकर्स भारतीयबाजारों में उतार दिया है. इसे एलेक्सा (Alexa) नाम दिया गया है. इसे आप गाने सुनाने का ऑर्डर दे सकते हैं, जनरल नॉलेज के सवाल से लेकरक्रिकेट का स्कोर पूछ सकते हैं, यह स्मार्ट स्पीकर आपकी एक आवाज पर सब काम […]
दुनिया कीसबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों मेंशुमार अमेजन ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसबेस्ड वर्चुअल असिस्टेंट स्मार्ट स्पीकर्स भारतीयबाजारों में उतार दिया है. इसे एलेक्सा (Alexa) नाम दिया गया है.
इसे आप गाने सुनाने का ऑर्डर दे सकते हैं, जनरल नॉलेज के सवाल से लेकरक्रिकेट का स्कोर पूछ सकते हैं, यह स्मार्ट स्पीकर आपकी एक आवाज पर सब काम करता है.
भारतीय के दिमाग की उपज
अपने बेजोड़ फीचर्स के दम पर ऐलेक्सा भारत में भी तेजी सेलोकप्रिय हो रहा है. एलेक्सा बेस्ड कई स्मार्ट स्पीकर्स बाजार में उपलब्ध हैंऔर इनमें सबसे पॉपुलर अमेजन ईको (Amazon Echo) है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एलेक्सा एक भारतीय के दिमाग की उपज है.
एलेक्सा को बनाया हकीकत
झारखंड की राजधानी रांची के रहनेवाले रोहित प्रसाद ने अमेजन के प्रोजेक्ट एलेक्सा को हकीकत में उतारा है. अंगरेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर के मुताबिक, रोहितप्रसाद पांच साल से एलेक्सा का टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट देख रहे हैं. फिलहाल वह कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट और एलेक्सा हेड साइंटिस्ट केरूपमें कार्यरत हैं.
दादाजी एचईसी,तो पापा मेकॉन के लिए करते थे काम
रोहितप्रसादकी पढ़ाई-लिखाई रांची सेही हुई है. उनका परिवार अब भी रांची में ही है और वह साल में एक या दो बार रांची आते हैं. वह पिछले हफ्ते ही रोहित रांची पहुंचे थे. रोहित बतातेहैं कि उनके पापा मेकॉन (MECON) के लिए काम करते थे, जबकि दादा एचईसी (HEC) के लिए. ऐसे में कहें, तो रोहित अपने घर में तीसरी पीढ़ी के इंजीनियर हैं.
BIT मेसरा से इंजीनियरिंग
रोहित आगे बताते हैं कि स्कूल के बाद उनके पास आईआईटी रुड़की का ऑप्शन था, लेकिन होम टाउन में होने की वजह से उन्होंने रांची के ही BIT मेसरा इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. साल 1997 में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद रोहित अमेरिका चले गये. यहां उन्होंने इलिनॉय इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मास्टर्स की डिग्री ली. स्पीच रिकॉग्निशन में उनकी दिलचस्पी यहीं से जगी.
ऐसे चढ़ा करियर का ग्राफ
14 सालों तक रोहित ने BBN टेक्नोलॉजी के साथ काम किया. 2013 में वह अमेजन सेजुड़े. दो साल पहले उन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एलेक्सा का हेड साइंटिस्ट बनाया गया. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा है, यह सफर काफी रोमांचक रहा है. आप पांच साल पहले देखें तो किसी डिवाइस को बिना टच किये उससे बातचीत करना साइंस फिक्शन जैसा लगता था. हम हॉलीवुड सिरीज स्टार ट्रेक के जमाने में बड़े हुए जो हमारे लिए प्रेरणा है.
एलेक्सा को घर-घर में पॉपुलर बनाया
2017 में टेक वेबसाइट रिकोड की ओर से टेक्नोलॉजी, बिजनेस और मीडिया के 100 प्रभावी व्यक्तियों की जारी सूची में रोहित और उनके सहकर्मी टोनी रीड 15वें नंबर पर थे. इसके पीछे वजह बतायी गयी थी कि रोहित और टोनी ने मिलकर एलेक्सा को घर-घर में पॉपुलर बना दिया. इस लिस्ट के टॉप 14 में अमेजन और फेसबुक के फाउंडर जैसे लोग शामिल थे.
वहीं, फास्ट कंपनी 100 मोस्ट क्रिएटिव पीपल इन बिजनेस की सूची में भारत में जन्में रोहित प्रसाद की रैंक 9 और रीड की 10 है. फास्ट कंपनी का कहना है कि प्रसाद और रीड ने एलेक्सा को कैटेगरी डिफाइनिंग कंज्यूमर एक्सपीरियंस में बदल दिया है. रोहित के साथ काम करने वाले टोनी रीड कंज्यूमर एक्सपीरिएंस से जुड़ी चीजें देखते हैं.