सोनू इमरोज को अफसर का संरक्षण, पिस्टल लेकर घूम रहा

रांची : झारखंड पुलिस के डीजीपी डीके पांडेय ने राज्य में बढ़ती आपराधिक घटना को लेकर सभी एसपी को क्राइम कंट्रोल के निर्देश दिये हैं. वहीं राजधानी में पदस्थापित एक वरीय पुलिस अधिकारी इन दिनों जेल से निकलने के बाद हिंदपीढ़ी थाना क्षेत्र निवासी सोनू इमरोज को संरक्षण दे रहे हैं. सूत्रों के अनुसार उस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2018 3:57 AM

रांची : झारखंड पुलिस के डीजीपी डीके पांडेय ने राज्य में बढ़ती आपराधिक घटना को लेकर सभी एसपी को क्राइम कंट्रोल के निर्देश दिये हैं. वहीं राजधानी में पदस्थापित एक वरीय पुलिस अधिकारी इन दिनों जेल से निकलने के बाद हिंदपीढ़ी थाना क्षेत्र निवासी सोनू इमरोज को संरक्षण दे रहे हैं. सूत्रों के अनुसार उस पुलिस अधिकारी के संरक्षण में ही नाइन एमएम की पिस्टल लेकर साेनू इमराेज घूम रहा है. उसे हथियार भी पुलिस के सहयोग से मिला है.

सोनू इमरोज के करीब एक सप्ताह पहले जेल से निकलने की पुष्टि हिंदपीढ़ी थाना प्रभारी दीपक कुमार ने भी की है. सूत्रों की मानें, तो राजधानी के अपराधियों के बीच पहले से पकड़ रखने वाले पुलिस के एक जवान के सहारे ही सोनू इमरोज उस पुलिस अधिकारी के संरक्षण में आया है. अपराधियों के खिलाफ पुलिस के लिए काम करने और सूचना देने के आश्वासन के बाद ही पुलिस उसे संरक्षण दे रही है.
खबर तो यह भी है कि सोनू इमरोज के हथियार लेकर घूमने की सूचना स्थानीय कुछ थानेदारों और डीएसपी रैंक के अफसर के पास भी है. लेकिन थानेदारों को सोनू इमरोज पर कार्रवाई के लिए नहीं, बल्कि सिर्फ निगरानी रखने का निर्देश है. उल्लेखनीय है कि सोनू इमरोज को पुलिस ने 17 नवंबर 2015 को गिरफ्तार किया था. बड़े अपराधी के रूप में साेनू इमरोज का नाम ठेकेदार मो नेजार हत्याकांड के बाद सामने आया था. हिंदपीढ़ी पूर्व में अलबर्ट एक्का उर्फ एतवा और पुरानी रांची में अखलाक खान हत्याकांड में उसका नाम सामने आ चुका है. इसके अलावा उसके खिलाफ रंगदारी सहित अन्य सामने पहले से दर्ज हैं.
एडीजी स्पेशल ब्रांच से लेकर अन्य अधिकारी सोनू के खिलाफ कर चुके हैं रिपोर्ट
एडीजी स्पेशल ब्रांच से लेकर अन्य अधिकारी सोनू इमरोज के बारे में रिपोर्ट कर चुके हैं. उल्लेखनीय है कि होटवार जेल में बंद रहने के दौरान उसकी सक्रियता को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने उसे दूसरे जेल भेजने की अनुशंसा की थी. अनुशंसा के बाद सोनू इमरोज को जमशेदपुर जेल ट्रांसफर किया गया था. उसके खिलाफ पूर्व में क्राइम कंट्रोल एक्ट के तहत सीसीए लगाने की अनुशंसा भी रांची पुलिस ने की थी. वह पूर्व केस में पहले से जमानत ले चुका था. लेकिन सीसीए के कारण ही वह जेल में था. इसी बीच जून 2017 में स्पेशल ब्रांच के एडीजी अनुराग गुप्ता ने उसके खिलाफ डीजीपी से कार्रवाई की अनुशंसा की. स्पेशल ब्रांच के एडीजी की रिपोर्ट में यह बात सामने आयी कि कांके रोड में व्हाइट हाउस के नाम से प्रसिद्ध जमीन हड़पने को लेकर कई अपराधी सक्रिय हुए हैं. इसमें जमशेदपुर जेल में रहते हुए सोनू इमरोज का नाम भी सामने आया है.

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