जान लें खास बातें
किसने बुलायी हड़ताल : राष्ट्रीय आइएमए ने बुलायी है हड़ताल, सरकारी और गैर सरकारी डॉक्टर होंगे इसमें शामिल
हड़ताल क्यों : नेशनल मेडिकल काउंसिल के गठन, एग्जिट इग्जाम व ब्रीज कोर्स का विरोध कर रहे डॉक्टर
असर : 11000 से ज्यादा डॉक्टर पूरे झारखंड में शामिल होंगे इस हड़ताल में होंगे शामिल
रांची : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के आह्वान पर शनिवार को राज्य भर के 11,000 से ज्यादा डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे. हड़ताल में सरकारी अौर गैर-सरकारी डॉक्टर दोनों डॉक्टर शामिल रहेंगे. डॉक्टर नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) का गठन, एग्जिट इग्जाम व ब्रिज कोर्स का विरोध कर रहे हैं. डॉक्टरों की हड़ताल के कारण सरकारी व निजी अस्पतालों में भी ओपीडी ठप रहेंगे. डॉक्टर अस्पताल आयेंगे, लेकिन मरीजों को परामर्श नहीं देंगे. हालांकि, इमरजेंसी सेवाएं बाधित नहीं की जायेगी. राज्य के मेडिकल कॉलेज, सदर अस्पताल व पीएचसी, सीएचसी व निजी अस्पताल व क्लिनिक में ओपीडी सेवाएं बाधित रहेंगी.
शाम छह बजे तक चलेगी हड़ताल
हड़ताल शनिवार की सुबह छह बजे शुरू हुई, जो शाम छह बजे तक चलेगी. नेशनल आइएमए द्वारा डॉक्टरों को भेजी गयी सूचना में कहा गया है कि सरकार मेडिकल काउंसिल आॅफ इंडिया (एमसीआइ) को भंग कर रही है. वहीं, मेडिकल पास करनेवाले विद्यार्थियाें को एग्जिट एग्जाम देना होगा. इसके अलावा अन्य चिकित्सा पद्धिति के डॉक्टरों के लिए ब्रीज काेर्स को शुरू किया गया है, जिसके तहत छह माह का प्रशिक्षण प्राप्त कर यह डॉक्टर एलोपैथी की दवाएं भी लिख सकेंगे. देश के डॉक्टर इसका विरोध कर रहे हैं.
रिम्स में मिल सकती हैं ओपीडी की सेवाएं
डॉक्टरोंकी हड़ताल के बावजूद रिम्स में ओपीडी संचालित होने की उम्मीद है. रिम्स निदेशक ने कहा है कि यह नेशनल आइएमए का अह्वान है, जिसमें सभी डाॅक्टर आइएमए के सदस्य हैं. हालांकि, डॉक्टरों से यह अनुरोध किया जायेगा कि वह मरीज हित में ओपीडी में परामर्श दें.
इमरजेंसी सेवाएं रहेंगी बहाल
राष्ट्रीय आइएमए ने इमरजेंसी सेवाआें जैसे अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड, लेबर रूम, पोस्टमार्टम की सेवाओं को इससे अलग रखने का निर्देश दिया है. सरकारी व गैर सरकारी सभी डॉक्टरों को इमरजेंसी सेवा में सहयोग करने की अपील की गयी है.