अब एनएचएअाइ करायेगी एनएच 33 की मरम्मत
रांची : रांची-जमशेदपुर-महुलिया रोड (एनएच-33) के निर्माण का मामला सीबीआइ को देने के आदेश के बाद इसका निर्माण अधर में लटका हुआ है. सड़क की मौजूदा हालत ऐसी है कि इस पर चलना मुश्किल है. सड़क का निर्माण दोबारा कब शुरू होगा, इसे लेकर अनिश्चितता है. ऐसे में नेशनल हाइवे अॉथोरिटी अॉफ इंडिया (एनएचएआइ) ने […]
रांची : रांची-जमशेदपुर-महुलिया रोड (एनएच-33) के निर्माण का मामला सीबीआइ को देने के आदेश के बाद इसका निर्माण अधर में लटका हुआ है. सड़क की मौजूदा हालत ऐसी है कि इस पर चलना मुश्किल है. सड़क का निर्माण दोबारा कब शुरू होगा, इसे लेकर अनिश्चितता है. ऐसे में नेशनल हाइवे अॉथोरिटी अॉफ इंडिया (एनएचएआइ) ने सड़क की मरम्मत कराने का फैसला लिया है.
योजना के मुताबिक नामकुम से जमशेदपुर और उसके आगे महुलिया तक (139 किमी से लेकर 277.5 किमी तक यानी 138.5 किमी) इस सड़क की मरम्मत करायी जायेगी. इस पर एनएचएआइ 16.7 करोड़ रुपये खर्च करेगा. इसके तहत सड़क के सभी गड्ढों को भरा जायेगा. एनएचएआइ ने इस दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी है. इसके लिए निविदा भी निकाल दी गयी है. जमशेदपुर शहरी क्षेत्र में आनेवाले हिस्से किमी 244 से किमी 249.60 तक मजबूतीकरण के साथ ही नाली निर्माण की भी योजना है.
सड़क पर हो गये हैं बड़े-बड़े गड्ढे : रांची-टाटा रोड के कई जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं. इस पर वाहनों का परिचालन मुश्किल से हो रहा है. दुर्घटना की भी संभावनाएं बनी हुई हैं. बारिश की वजह से लगातार सड़क खराब हो रही है. पानी जमा होने के कारण गड्ढे बड़े होते जा रहे हैं. अगर जल्द इसकी मरम्मत नहीं करायी गयी, तो गड्ढे और बड़े हो जायेंगे. ऐसे में आवागमन बाधित हो जायेगा. इसे देखते हुए मरम्मत का फैसला एनएचएआइ ने लिया है.
आदरडीह-चांडिल सड़क की भी होगी मरम्मत
एनएच-32 के आदरडीह-चांडिल पथ के करीब 20.8 किमी हिस्से को भी एनएचएआइ ने बनाने का फैसला लिया है. यह दुर्गापुर परियोजना कार्यान्वयन इकाई को फरवरी 2016 में हस्तांतरित कर दिया गया है. लेकिन, इसकी मरम्मत एनएचएआइ को करानी है. ऐसे में संभावना है कि इसके मरम्मत का काम सात दिनों में शुरू करा दिया जाये.