बच्चों ने स्कूल खोला, हाजिरी लगायी और मिड डे मिल भी बनाया
खूंटी के मुरहू स्थित साड़ीगांव उत्क्रमित मध्य विद्यालय के बच्चों ने पेश की अनोखी िमसाल खूंटी : माओवादी बंद के कारण मुरहू के साड़ीगांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शुक्रवार को एक भी शिक्षक नहीं पहुंचे. मध्याह्न भोजन बनानेवाला रसोइया भी नहीं आया, जिस कारण बच्चों ने खुद स्कूल खोला. अपनी हाजिरी लगायी व मध्याह्न […]
खूंटी के मुरहू स्थित साड़ीगांव उत्क्रमित मध्य विद्यालय के बच्चों ने पेश की अनोखी िमसाल
खूंटी : माओवादी बंद के कारण मुरहू के साड़ीगांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शुक्रवार को एक भी शिक्षक नहीं पहुंचे. मध्याह्न भोजन बनानेवाला रसोइया भी नहीं आया, जिस कारण बच्चों ने खुद स्कूल खोला. अपनी हाजिरी लगायी व मध्याह्न भोजन बनाया.
शिक्षक के नहीं आने के कारण बच्चों ने खेलकूद कर अपना समय व्यतीत किया़ लकड़ी के चूल्हे में बच्चों ने किसी तरह धुआं बर्दाश्त कर अपने लिए खाना बनाया. खाना बना रही लखी कुमारी ने कहा कि मेन्यू के अनुसार आज अंडा करी बनाया जाना था, लेकिन शिक्षकों के नहीं आने के कारण अंडा उपलब्ध नहीं हो सका़
इसलिए दाल-भात व आलू-बड़ी की सब्जी बनाकर काम चला लिया़ एक छात्रा दुलमी ने बताया कि हर बंदी को शिक्षक स्कूल नहीं आते हैं. स्कूल का सारा जिम्मा बाल संसद के ऊपर है. पढ़ाई भी खुद ही करनी पड़ती है. छात्रों ने बताया कि स्कूल में तीन शिक्षक मीनू कच्छप, प्रमीला तिड़ू व मेघनाथ महतो कार्यरत हैं और तीनों बाहर से आते हैं. मध्याह्न भोजन बनाने के लिए गांव के ही दो रसोइये हैं. छात्रों ने बताया कि स्कूल में लगभग एक सौ छात्र-छात्राएं नामांकित हैं, जिसमें आज 48 उपस्थित थे़
स्कूलों में दिखता है बंद का असर
नक्सलियों के बंद के दौरान वाहन नहीं चलने के कारण कई शिक्षक स्कूलों तक पहुंच नहीं पाते़ इस कारण बंद के दिन स्कूल तो खुलते हैं, लेकिन कक्षाएं नहीं हो पातीं.
दोषी शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
डीएसइ सुरेश प्रसाद घोष ने कहा कि मामले की जानकारी मिली है. बीइइओ को आज ही जांच के लिए भेजा गया है. जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई होगी़