आइटीआइ बस स्टैंड से लाखों कमाई, लेकिन सुविधाएं नदारद

रांची : पिस्का मोड़ स्थित आइटीआइ बस स्टैंड से रांची नगर निगम और ठेकेदार लाखों रुपये कमा रहे हैं. जबकि, यात्री सुविधा के नाम पर यह बस स्टैंड पूरी तरह से फिसड्डी है. इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बरसात में इस बस स्टैंड की स्थिति और नारकीय हो गयी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2018 3:40 AM

रांची : पिस्का मोड़ स्थित आइटीआइ बस स्टैंड से रांची नगर निगम और ठेकेदार लाखों रुपये कमा रहे हैं. जबकि, यात्री सुविधा के नाम पर यह बस स्टैंड पूरी तरह से फिसड्डी है. इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बरसात में इस बस स्टैंड की स्थिति और नारकीय हो गयी है. कीचड़ से होकर यात्री बसों तक पहुंच रहे हैं. कई बार यात्री फिसल कर गिर रहे हैं और चोटिल हो रहे हैं. इस स्टैंड से हर दिन 10,000 से अधिक यात्रियों का आना-जाना होता है.

नगर निगम को मिला 70 लाख : आइटीआइ बस स्टैंड के लिए रांची नगर निगम ने टेंडर निकाला था. 70 लाख रुपये की बोली लगी. टेंडर से मिली राशि लेने के बाद नगर निगम को इस स्टैंड से कोई मतलब नहीं रह गया है. स्टैंड से लगभग 300 छोटी-बड़ी बसों का संचालन होता है. हर बसों से हर दिन ठेकेदार द्वारा 90-100 रुपये लिया जाता है. माह में औसतन लगभग नौ लाख रुपये और एक साल में औसतन एक करोड़ आठ लाख रुपये बस मालिक ठेकेदार को देते हैं. लेकिन, इसके बाद भी सुविधा के नाम पर इस बस स्टैंड में कुछ भी नहीं है.
बारिश में नारकीय हो गयी है बस स्टैंड की स्थिति, बस संचालक और यात्री परेशान
जुडको ने बनाया है इस बस स्टैंड के सौंदर्यीकरण का प्रारूप, अब तक शुरू नहीं हुआ है काम
से ज्यादा यात्री रोजाना आना-जाना करते हैं आइटीआइ बस स्टैंड से
बसें रोजना चलती हैं यहां से, हर बस से करीब 100 रुपये लेता है ठेकेदार
बस स्टैंड के सौंदर्यीकरण के लिए राशि स्वीकृत हो चुकी है. जुडको द्वारा रेनोवेशन कार्य का प्रारूप बना लिया गया है. जल्द ही काम शुरू होगा.
संजीव विजयवर्गीय, उप महापौर

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