रांची : कोलेबिरा सीट पर फंस रहा पेच, दरक सकती है एकता

झामुमो-कांग्रेस दोनों प्रत्याशी देने की तैयारी में, बाबूलाल मरांडी करना चाहते हैं एनोस एक्का को सहयोग रांची : कोलेबिरा विधायक एनोस एक्का को आजीवन कारावास की सजा होने के बाद विधानसभा की सदस्यता खत्म हो गयी है़ कोलेबिरा सीट के लिए आनेवाले दिनों में उपचुनाव होने हैं. यूपीए के अंदर इसको लेकर राजनीति गरमा रही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2018 8:11 AM
झामुमो-कांग्रेस दोनों प्रत्याशी देने की तैयारी में, बाबूलाल मरांडी करना चाहते हैं एनोस एक्का को सहयोग
रांची : कोलेबिरा विधायक एनोस एक्का को आजीवन कारावास की सजा होने के बाद विधानसभा की सदस्यता खत्म हो गयी है़ कोलेबिरा सीट के लिए आनेवाले दिनों में उपचुनाव होने हैं. यूपीए के अंदर इसको लेकर राजनीति गरमा रही है. कोलेबिरा विधानसभा का उपचुनाव रोमांचकारी होगा. यूपीए खेमा में झामुमो और कांग्रेस आमने-सामने है.
इस चुनाव में इनकी एकजुटता दरक सकती है. झामुमो इस सीट पर दावेदारी कर रहा है. वहीं कांग्रेस ने भी इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है़ कांग्रेस की दलील है कि दक्षिणी छोटानागपुर में उसका पारंपरिक आधार है. कोलेबिरा सीट पर जनाधार रहा है. इधर, बाबूलाल मरांडी एनोस एक्का की पार्टी झापा द्वारा उतारे गये प्रत्याशी को समर्थन देने के लिए माहौल बनाना चाहते हैं.
यूपीए नेताओं के साथ इस मुद्दे पर वह बात भी कर चुके हैं. श्री मरांडी की दलील है कि यहां भाजपा को रोकना है, तो एनोस समर्थित उम्मीदवार के साथ यूपीए को जाना चाहिए. श्री मरांडी का मानना है कि एनोस का इस क्षेत्र में जनाधार है़ हालांकि कांग्रेस और झामुमो की ओर से इस पर कोई सहमति नहीं बनी है़
लोकसभा में लेना चाहते हैं समर्थन: झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी एनोस एक्का को कोलेबिरा सीट पर समर्थन कर आनेवाले लोकसभा चुनाव में इसका लाभ लेना चाहते हैं. खूंटी लोकसभा चुनाव में एनोस एक्का ने अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करायी थी. इस लोकसभा सीट पर एनोस का अच्छा-खासा वोट है. श्री मरांडी ने यूपीए के नेताओं के यह फॉर्मूला समझाया है़
तीन जुलाई को हुई थी सजा छह माह में होना है चुनाव
कोलेबिरा से विधायक रहे एनोस एक्का को तीन जुलाई को रांची के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय से आजीवन कारावास और 1़ 65 लाख रुपये का जुर्माना हुआ था. सजा के बाद इनकी सदस्यता समाप्त हो गयी थी. खाली विधानसभा की सीट पर छह महीने के अंदर चुनाव कराने की संवैधानिक बाध्यता है. इससे पूर्व लोहरदगा, पांकी, गोड्डा, लिट्टीपाड़ा, सिल्ली व गोमिया में चुनाव हो चुके है़ं कोलेबिरा सातवां उपचुनाव होगा़
क्या कहते हैं यूपीए के घटक दल
आम लोगों और कार्यकर्ता का फीड बैक है कि हमारी स्थिति मजबूत है. ऐसे में हमारा स्वाभाविक दावा बनता है. पार्टी उपचुनाव की तैयारी में है. पार्टी अभी पहले चुनाव को लेकर तय कर ले, उसके बाद उम्मीदवार की घोषणा होगी. गठबंधन में भी हम अपना पक्ष रखेंगे.
सुप्रियो भट्टाचार्य, झामुमो महासचिव
हमारी पार्टी सभी 81 सीटों पर सांगठनिक तैयारी कर रही है. चुनाव के मद्देनजर प्रभारी भी नियुक्त कर दिये गये हैं. जमीनी स्तर पर कोलेबिरा में भी तैयारी है़ कई दावेदारों ने संपर्क किया है. पार्टी मजबूत स्थिति में है. हम गठबंधन के अंदर बात करेंगे़
राजेश ठाकुर, कांग्रेस मीडिया प्रभारी
परिस्थिति और ग्रास रूट में स्थिति को देख कर निर्णय होना चाहिए. मजबूत गठबंधन के साथ चुनाव मेें उतरना चाहिए़ जमीनी ताकत का सही आकलन होना चाहिए. भाजपा को रोकना पहली प्राथमिकता हो. अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है, विपक्षी नेता इसको लेकर आपस में बात करेंगे़
योगेंद्र प्रताप सिंह, झाविमो प्रवक्ता

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