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झारखंड में नहीं मिल रहे साइंस के शिक्षक आइएससी में आधे विद्यार्थी हो जाते हैं फेल
सुनील कुमार झा छह वर्ष में साइंस में शिक्षक के 1412 पदों पर नियुक्ति, 858 रह गये रिक्त रांची : राज्य में इंटरमीडिएट साइंस में प्रति वर्ष आधे विद्यार्थी फेल हो रहे हैं. आइएससी में विद्यार्थियों के फेल होने का बड़ा कारण शिक्षकों की कमी बतायी जाती है. पर दूसरी ओर राज्य के हाइस्कूल व […]
सुनील कुमार झा
छह वर्ष में साइंस में शिक्षक के 1412 पदों पर नियुक्ति, 858 रह गये रिक्त
रांची : राज्य में इंटरमीडिएट साइंस में प्रति वर्ष आधे विद्यार्थी फेल हो रहे हैं. आइएससी में विद्यार्थियों के फेल होने का बड़ा कारण शिक्षकों की कमी बतायी जाती है. पर दूसरी ओर राज्य के हाइस्कूल व प्लस टू विद्यालयों में साइंस के शिक्षक नहीं मिल रहे हैं.
पिछले छह वर्षों में प्लस टू उच्च विद्यालय में तीन बार शिक्षकों की नियुक्ति हुई. सभी नियुक्ति में शिक्षकों के पद रिक्त रह गये. भौतिकी, गणित व रसायन विषय में शिक्षकों की सबसे अधिक कमी है. भौतिकी विषय में सबसे कम शिक्षक नियुक्त हुए हैं.
गत छह वर्ष में राज्य में गणित, भौतिकी व रसायन विषय में 1412 पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया. इसमें से मात्र 554 पद पर ही शिक्षकों की नियुक्ति हुई. शिक्षकों के 858 पद रिक्त रह गये. प्लस टू विद्यालयों में 60 फीसदी से अधिक पद रिक्त रह गये.
2012 में पहली बार प्लस टू विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी. इसमें गणित में 230 पद पर शिक्षकों की नियुक्ति होनी थी, जबकि मात्र 109 शिक्षक ही नियुक्त हुए. 2017 में भौतिकी व रसायन विषय में 342 शिक्षक की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था. इसमें भौतिकी में 171 में से मात्र 79 व रसायन में 123 शिक्षक की नियुक्ति हुई. इस वर्ष हुई नियुक्ति में भौतिकी, रसायन व गणित में 840 में से मात्र 243 अभ्यर्थी ही परीक्षा में सफल हुए.
भौतिकी, रसायन में ही सबसे अधिक फेल
राज्य में जिन विषयों के लिए शिक्षक नहीं मिल रहे उन विषयों में सबसे अधिक विद्यार्थी फेल हो रहे हैं. 2018 के इंटर साइंस में सबसे खराब रिजल्ट भौतिकी का हुआ है.
इसमें सबसे अधिक परीक्षार्थी फेल हुए. 2018 साइंस की परीक्षा में भौतिकी में 90160 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे. इसमें 29697 परीक्षार्थी फेल हो गये. रसायन में 90024 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे और 29105 परीक्षार्थी फेल हो गये. गणित में 70939 परीक्षार्थी में 21162 परीक्षार्थी फेल हो गये. खराब रिजल्ट के कारण साइंस पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या कम हो रही है. इंटर के साथ-साथ विवि में भी साइंस के विद्यार्थी कम हो रहे हैं.
विषय परीक्षार्थी फेल
भौतिकी 90160 29697
रसायन 90024 29105
गणित 70934 21162
280 नये प्लस टू स्कूलों के लिए नहीं मिले शिक्षक
राज्य सरकार 280 नये प्लस टू विद्यालय खोले. इन विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति से पहले पठन-पाठन शुरू कर दिया गया. विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गयी तो विद्यालय में साइंस के लिए शिक्षक ही नहीं मिल रहे हैं. 280 विद्यालय में से भौतिकी में मात्र 62 विद्यालयों के लिए शिक्षक मिले. रसायन में 94 ताे गणित में मात्र 87 विद्यालयों के लिए ही शिक्षक मिले.
प्लस टू स्कूलों में नियुक्ति
विषय पद नियुक्ति
गणित 510 196
भाैतिकी 451 141
रसायन 451 217
नहीं ला पाते 50 फीसदी अंक
राज्य में शिक्षक नियुक्ति नियमावली के अनुरूप अनारक्षित वर्ग के लिए 50 फीसदी व एससी-एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए क्वालिफाइंग मार्क्स 45 फीसदी रखा गया है. प्लस टू उच्च विद्यालय में हाइस्कूल शिक्षकों के लिए 50 फीसदी पद आरक्षित है. नियुक्ति में जो सीट रिक्त रह गये उसमें सबसे अधिक शिक्षकों के लिए आरक्षित पद हैं. शिक्षकों के लिए आरक्षित 70 फीसदी से अधिक पद रिक्त रह गये.
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