रांची : सभी जिलों में चलेगा टीबी रोगियों का सक्रिय खोज अभियान : निधि
रांची : पुनरीक्षित राष्ट्रीय यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी के जीत प्रोजेक्ट का उदघाटन स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे ने मंगलवार को आइपीएच सभागार नामकुम में की. इसके बाद उन्होंने कार्यक्रम की समीक्षा बैठक भी की. समीक्षा के दौरान उन्होंने सभी जिलों में पांच सितंबर से 19 सितंबर तक टीबी रोगियों के […]
रांची : पुनरीक्षित राष्ट्रीय यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी के जीत प्रोजेक्ट का उदघाटन स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे ने मंगलवार को आइपीएच सभागार नामकुम में की. इसके बाद उन्होंने कार्यक्रम की समीक्षा बैठक भी की. समीक्षा के दौरान उन्होंने सभी जिलों में पांच सितंबर से 19 सितंबर तक टीबी रोगियों के सक्रिय खोज अभियान चलाने का निर्देश दिया.
प्रधान सचिव ने समीक्षा के दौरान पाया कि कुल अधिसूचित टीबी रोगियों में 30 प्रतिशत ही प्राइवेट मरीज अधिसूचित किये गये हैं. जिस पर उन्होंने असंतोष जताया. उन्होंने सभी जिला यक्ष्मा पदाधिकारियों को प्राइवेट नोटिफिकेशन के संबंध में जागरूकता फैलाकर सभी प्राइवेट रोगियों को अधिसूचित कराने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया.
उन्होंने सभी केमिस्टों को अनुसूची एच-1 के अंतर्गत टीबी रोगियों को अधिसूचित करने के लिए सघन अभियान चलाने का निर्देश दिया. साथ ही दवा प्रतिरोधी मरीजों के लिए सभी जिलों में डिस्ट्रिक्ट डीआर-टीबी सेंटर की स्थापना का निर्देश दिया.
छूट गये रोगियों को निक्षय पोषण योजना में शामिल करने का निर्देश
प्रधान सचिव ने सभी अधिसूचित छूटे हुए रोगियों को डीबीटी के माध्यम से निक्षय पोषण योजना में शामिल करने तथा सभी टीबी रोगियों (निजी/सरकारी) को आधुनिक जांच तकनीक सीबीनेट के माध्यम से मुफ्त जांच के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया.
समीक्षा बैठक में अभियान निदेशक कृपानंद झा, प्रभारी निदेशक डॉ एसके सिंह, राज्य यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ राकेश दयाल, डॉ भारती कलुटी, डॉ योले, रांची जिला के सिविल सर्जन तथा सभी जिला यक्ष्मा पदाधिकारी शामिल हुए.