रांची : रांची व खूंटी सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष पर चले हत्या का मुकदमा : जन आवाज

रांची : पिछले दिनों सहयोग विलेज खूंटी में बालो टूटी (सात माह) सहित तीन बच्चों की मौत हो गयी थी. स्वयंसेवी संस्था जन आवाज झारखंड की अध्यक्ष सुनीता सिंह व महासचिव मेरी तिर्की ने तीनों बच्चों की मौत के लिए चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) रांची अौर खूंटी को जिम्मेदार ठहराया है. सुनीता सिंह ने मंगलवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2018 8:46 AM
रांची : पिछले दिनों सहयोग विलेज खूंटी में बालो टूटी (सात माह) सहित तीन बच्चों की मौत हो गयी थी. स्वयंसेवी संस्था जन आवाज झारखंड की अध्यक्ष सुनीता सिंह व महासचिव मेरी तिर्की ने तीनों बच्चों की मौत के लिए चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) रांची अौर खूंटी को जिम्मेदार ठहराया है.
सुनीता सिंह ने मंगलवार को एसडीसी सभागार में प्रेस वार्ता कर दोनों जिलों के सीडब्ल्यूसी अध्यक्षों को बर्खास्त करने और उन पर हत्या का मुकदमा चलाने की मांग की.
सुनीता सिंह ने आरोप लगाया कि सीडब्ल्यूसी ने निर्मला शिशु भवन से 22 बच्चों को उठाकर सहयोग विलेज खूंटी अौर अन्य स्थानों पर रखा था. उचित देखभाल के अभाव, बीमारी अौर कुपोषण की वजह से पालो टूटी सहित तीन बच्चों की मौत हो गयी. कई बच्चे बीमार हो गये हैं. बीमार बच्चों का रानी चिल्ड्रेन में इलाज कराया जा रहा है.
सहयोग विलेज में क्षमता से अधिक बच्चे रखे गये : सुनीता सिंह ने कहा कि सहयोग विलेज खूंटी में क्षमता से अधिक बच्चों को रखा गया है. वहां बच्चों को की उचित देखभाल नहीं हो रही है.
वहां से सभी बच्चों को निकाल कर वापस निर्मला शिशु भवन हिनू में रखा जाना चाहिए. सुनीता सिंह ने कहा कि बच्चों की मौत के मामले में सीडब्ल्यूसी रांची और खूंटी की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में है. ऐसे में इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए. इसके अलावा जिन बच्चों की मौत हुई है, उनके अभिभावकों को दस लाख रुपये मुआवजा देना चाहिए.
अभिभावकों को बच्चों से मिलने नहीं दिया जाता था : प्रेस वार्ता में मृत बच्ची पालो टूटी के पिता प्यारेन टूटी सहित कई अभिभावक मौजूद थे. इन्होंने कहा कि निर्मला शिशु भवन में हम आसानी से बच्चों को देख पाते थे. सहयोग विलेज में बच्चों से मिलने नहीं दिया जाता था.

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