सीबीआइ की विशेष अदालत में सरेंडर करने के बाद लालू प्रसाद जेल पहुंचे
रांची : अविभाजित बिहार के सबसे बड़े घोटाला के आरोपी लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार की सुबह रांची स्थित सीबीआइ की विशेष अदालत में सरेंडर कर दिया. लालू यादव के सरेंडर करते ही उन्हें हिरासत में लेकर होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में भेज दिया गया. होटवार जेल में मेडिकल जांच के बाद उन्हें […]
रांची : अविभाजित बिहार के सबसे बड़े घोटाला के आरोपी लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार की सुबह रांची स्थित सीबीआइ की विशेष अदालत में सरेंडर कर दिया. लालू यादव के सरेंडर करते ही उन्हें हिरासत में लेकर होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में भेज दिया गया. होटवार जेल में मेडिकल जांच के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) भेज दिया जायेगा.
संयुक्त बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और चारा घोटाला के तीन मामलों में दोषी करार दिये जा चुके लालू प्रसाद यादव चार महीने से औपबंधिक जमानत पर थे. पिछले दिनों झारखंड हाइकोर्ट ने स्वास्थ्य के आधार पर उन्हें दी गयी औपबंधिक जमानत को रद्द करते हुए 30 अगस्त तक सीबीआइ की विशेष अदालत में सरेंडर करने का निर्देश दिया. इसी आदेश के आलोक में राजद सुप्रीमो ने गुरुवार को सीबीआइ के विशेष जज एसएस प्रसाद की अदालत में सरेंडर कर दिया.
लालू को आशंका थी कि उन्हें होटवार जेल में ही रहना होगा, लेकिन उन्होंने तब राहत की सांस ली, जब विशेष जज ने कहा कि वह रिम्स के डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे. सुनवाई के दौरान लालू प्रसाद ने विशेष जज से भावुक अपील भी की. उन्होंने विशेष जज से थोड़ी-सी रियायत की मांग की. कहा कि दिल्ली में इडी के एक मामले में उन्हें पटियाला हाउस कोर्ट में पेश होना है. इसलिए उन्हें राहत दी जाये, लेकिन कोर्ट ने इससे इन्कार कर दिया.
लालू के सरेंडर की प्रक्रिया पूरी होते ही विशेष जज ने उन्हें पुलिस को आदेश दिया कि राजद सुप्रीमो को हिरासत में ले लिया जाये. जेलरको कोर्ट ने निर्देश दिया है कि हाइकोर्ट के आदेश के मुताबिक, लालू प्रसाद को रिम्स के डॉक्टर की निगरानी में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवायी जाये. यहां से उन्हें बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागर भेजा जायेगा, जहां से फिर रिम्स ले जाये जायेंगे. रिम्स में डॉ उमेश प्रसाद की देखरेख में उनका इलाज होगा.
इससेपहले लालू प्रसाद कैंप के वरिष्ठ वकील प्रभात कुमार ने कहा था कि लालू प्रसाद कोर्ट में सरेंडर करेंगे. झारखंड हाइकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए यहां सरेंडर करने पहुंचे हैं. वकील ने कहा कि हाइकोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा है कि लालू प्रसाद की सेहत ठीक नहीं है. उन्हें रिम्स की निगरानी में रखा जाये. इसलिए सरेंडर करने के बाद राजद सुप्रीमो को रिम्स भेज दिया जायेगा.
उधर, राष्ट्रीय जनता दल की झारखंड प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार जनता की आवाज दबाना चाहती है. इसलिए लालू प्रसाद को परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार नहीं चाहती कि उनके खिलाफ कोई कुछ बयान दे. कोई उनका विरोध करे. इसलिए लालू और उनके परिवार को तरह-तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है. इससे राजद घबराने वाली नहीं है.
इधर, भाजपा प्रवक्ता प्रतुलनाथ शाहदेव ने लालू प्रसाद और उनसे हमदर्दी रखने वाले सभी दलों के नेताओं को आड़े हाथ लिया. शाहदेव ने कहा कि लालू प्रसाद बिल्कुल सेहतमंद हैं. उनके चेहरे पर मुस्कान है. यह बताता है कि उनका स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक है. इसलिए उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए. श्री शाहदेव ने कहा कि लालू का साथ देने वाले सभी लोग जेल जाने की कतार में हैं.
ज्ञात हो कि 17 मार्च, 2018 को लालू प्रसाद यादव को बिरसा मुंडा कारागार से इलाज के लिए रिम्स लाया गया था. कई गंभीर बीमारी से पीड़ित लालू प्रसाद को बाद में बेहतर इलाज के लिए 28 मार्च को एम्स रेफर कर दिया गया था. 30 अप्रैल को राजद सुप्रीमो एम्स से रिम्स लौटे. 10 मई को उनके बड़े बेटे तेज प्रताप की शादी के लिए झारखंड हाइकोर्ट ने उन्हें कई शर्तों के साथ पेरोल पर रिहा कर दिया. खराब स्वास्थ्य के आधार पर 16 मई को हाइकोर्ट से लालू को प्रोविजनल बेल मिल गयी थी, जिसे लगातार बढ़ाया जा रहा था.