Jharkhand News रांची: 22 साल हो गये झारखंड राज्य बने, लेकिन अब तक जेपीएससी 10 सिविल सेवा परीक्षा भी पूरी नहीं कर सका. वहीं साथ बना पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ नवंबर में 15वीं सिविल सेवा परीक्षा लेने की तैयारी कर रहा है. हालांकि राज्य सरकार व जेपीएससी इसे अप-टू-डेट रखने का प्रयास कर रहे हैं. इसी के तहत सातवीं (2017) से लेकर 10वीं सिविल सेवा परीक्षा (2020) का आयोजन एक साथ किया गया है.
हालांकि, इन चारों परीक्षाओं की नियुक्ति प्रक्रिया 2021 में समाप्त हो जानी चाहिए थी. साथ ही 11वीं सिविल सेवा (2021) परीक्षा की प्रक्रिया 2021 में ही शुरू की जानी थी. लेकिन, वर्ष 2022 के चार माह बीत जाने के बाद भी अब तक आयोग के पास रिक्ति प्रस्ताव नहीं पहुंच पाया है. आयोग ने विभाग के पास दो बार पत्र भेजकर रिक्ति प्रस्ताव मांगा है.
इधर कार्मिक विभाग के अनुसार, सभी विभागों से रिक्ति मांगी गयी है. शीघ्र ही रिक्ति आयोग के पास भेज दी जायेगी. आयोग के अनुसार, रिक्ति प्रस्ताव आने के बाद अभ्यर्थियों से आवेदन मंगाने, स्क्रूटनी करने, प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और रिजल्ट के बाद इंटरव्यू का आयोजन किया जाना है. इन सब प्रक्रिया में समय लगेगा. अब जब तक रिक्ति व नियमावली उपलब्ध नहीं हो जाती है, तब तक परीक्षा प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकती है.
सातवीं, आठवीं, नौवीं व 10वीं सिविल सेवा के तहत 252 पदों पर नियुक्ति के लिए मुख्य परीक्षा में चयनित 802 अभ्यर्थियों के लिए नौ मई से इंटरव्यू होगा.
कभी नियमावली तो कभी रिजल्ट में खामियों के कारण झारखंड में नियुक्ति प्रक्रिया प्रभावित हो गयी. हर मामला कोर्ट में पहुंचा. लगभग हर सिविल सेवा परीक्षा में विवाद हो जाने से ही अब तक 10 परीक्षा ही संभव हो पायी है.
झारखंड अलग राज्य बने लगभग 22 वर्ष होने को हैं, लेकिन अब तक कुल छह सिविल सेवा परीक्षा ही पूरी हो सकी है. हालांकि, छठी सिविल सेवा परीक्षा का मामला अभी भी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. इसके बाद इसे अप-टू-डेट करने के उद्देश्य से सातवीं से 10वीं सिविल सेवा परीक्षा के तहत नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है. यानी अब तक 10 सिविल सेवा परीक्षा ही हो सकी है.
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग में अब तक कुल 14 सिविल सेवा परीक्षा हो चुकी है. वहीं, 15वीं सिविल सेवा परीक्षा की प्रक्रिया नवंबर 2022 में शुरू कर दी जायेगी. छत्तीसगढ़ में 2003 में पहली, 2005 में दूसरी व 2008 में तीसरी सिविल सेवा परीक्षा हुई थी. इसके बाद हड़ताल की वजह से नियुक्ति प्रक्रिया रुक गयी. 2011 से अब तक हर वर्ष परीक्षा हो रही है और नियुक्ति अनुशंसा की जा रही है.
Posted By: Sameer Oraon