रांची : राजधानी में एसबीआइ के दो खाता धारकों को साइबर अपराधियों ने निशाना बनाया है. दोनों के मामले में एक चीज कॉमन यह है कि इन्होंने हिनू के नेशनल स्कूल के समीप स्थित एसबीआइ के एटीएम से पैसे निकाले थे. इसके बाद ही इनके खाते से पैसे का ट्रांसफर हुआ और एटीएम के जरिये निकासी की गयी. इससे साफ है कि दोनों ही व्यक्तियों के एटीएम का क्लोन बना साइबर अपराधियों ने पैसे निकाल लिये.
इससे एसबीआइ के एटीएम की सुरक्षा में सेंध लगाने में कहीं न कहीं साइबर अपराधी कामयाब हो गये. इस मामले में उषा मार्टिन के दोनों पीड़ित कर्मियों जयदीप अग्रवाल व अभिजीत दास गुप्ता ने डोरंडा थाने में शिकायत दर्ज करायी है. वहीं एसबीआइ के अफसरों को भी सूचना दी है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी पूरे देश में एटीएम कार्ड का क्लोन बना पैसे के निकासी की बात सामने आयी थी. इसके बाद एसबीआइ ने सुरक्षा के मद्देनजर अपने लाखों उपभोक्ताओं के एटीएम में बदलाव किया था.
जयदीप अग्रवाल के खाते से कैसे निकाला 1.20 लाख
किलबर्न कॉलोनी, हिनू के नालंदा अपार्टमेंट में रहनेवाले जयदीप अग्रवाल का कोकर स्थित एसबीआइ में खाता है. इन्होंने 19 अगस्त को हिनू स्थित नेशनल स्कूल के एसबीआइ एटीएम से 20 हजार रुपये की निकासी की. लेकिन 24 अगस्त को बिहार के गया रेलवे स्टेशन पर मौजूद एटीएम से कार्ड टू कार्ड रात के 11:55 बजे 40 हजार रुपये रांची की ही हेल्याणी हेम्ब्रम के खाते में ट्रांसफर हुआ. फिर दो मिनट बाद 11:57 बजे 40 हजार रुपये की निकासी एटीएम से कर ली गयी.
इसके बाद हेल्याणी के खाते से भी एटीएम के जरिये साइबर अपराधियों ने 40 हजार रुपये निकाल लिये. अग्रवाल के खाते में सिर्फ एक हजार रुपये रह गया. इन्होंने तत्काल अपने एटीएम कार्ड को ब्लॉक करने की कोशिश की. लेकिन नेटवर्क नहीं रहने के कारण यह एटीएम ब्लॉक नहीं कर पाये. अगले दिन ऑफिस पहुंचने पर एसबीआइ के टोल फ्री नंबर पर फोन कर इन्होंने एटीएम ब्लॉक कराया.
अभिजीत दास गुप्ता के खाते से 1.50 लाख रुपये हुए ट्रांसफर
हिनू के शुक्ला कॉलोनी के रहनेवाले अभिजीत दास गुप्ता भी एसबीआइ का एटीएम उपयोग करते हैं. इन्होंने सैलरी खाते से हिनू नेशनल स्कूल एटीएम से सात अगस्त को 10 हजार रुपये खुद निकासी की.
उस वक्त वे ट्रेन से कोलकाता जा रहे थे. जब कोलकाता पहुंच कर एटीएम ब्लॉक कराने की कवायद में जुटे, तब तक इनके मोबाइल पर सुबह चार बजे मैसेज आया कि इनके खाते से कुल 1.50 लाख रुपये किसी के एकाउंट में ट्रांसफर हुए हैं. फिर इन्होंने अपने एटीएम को ब्लॉक कराया. जब बैंक नेट बैंकिंग के जरिये पड़ताल की तो पता चला कि रांची के मोरहाबादी में रहनेवाले सीआरपीएफ के एक जवान के खाते में पैसा गया है.
रिमोर्ट सर्विलांस के जरिये रखी जायेगी निगरानी : एजीएम
मामले में एसबीआइ के एजीएम (जीबी) सुनील गुप्ता ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है. हिनू स्थित एटीएम का मुआयना किया गया है. उस एटीएम के अलावा आठ-दस अन्य एटीएम में प्रारंभिक तौर पर रिमोर्ट सर्विलांस लगाया जायेगा. यह सक्सेस रहा, तो आगे अन्य एटीएम में भी इसका उपयोग किया जायेगा.