तकनीक ट्रांसफर और तकनीक सहयोग पर रहेगा जोर
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शिष्टमंडल के साथ जेनजो (Zhengzhou) सिटी स्थित शेनचुवान (Sanquan) कंपनी के फूड प्रोसेसिंग यूनिट का भ्रमण किया. कंपनी के चेयरमैन शेन जेमिन (Chen Zemin) ने मुख्यमंत्री और शिष्टमंडल का स्वागत किया और लगभग एक घंटे तक अपने प्लांट के विभिन्न सुविधाओं फूड प्रोसेसिंग, पैंकेजिंग और क्वालिटी टेस्टिंग आदि कैसे की जाती है, इसकी जानकारी दी. नेशनल स्टैंडर्ड क्वालिटी को बरकरार रखते हुए सब्जियां सहित कई अन्य उत्पादों की प्रोसेसिंग और पैकेजिंग करके एक्सपोर्ट किये जाने के बारे में जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि इस प्लांट में लगभग 8 हजार कर्मी काम करते हैं. इस कंपनी के 7 प्लांट हैं पूरे चीन में और लगभग 10 हजार लोग इस कंपनी में काम करते हैं. इस कंपनी का टर्न ओवर करीब 10 बिलियन यूआन यानि लगभग 10 हजार करोड़ रुपये के बराबर है. मुख्यमंत्री ने कंपनी के चेयरमैन को झारखंड में सब्जियों के उत्पादन और फूड प्रोसेसिंग की संभावनाओं के बारे में अवगत कराया. मुख्यमंत्री ने झारखंड की फूड प्रोसेसिंग नीति तथा उद्योगों के लिए जो सुविधाएं झारखंड सरकार दे रही है, उसकी जानकारी दी. इसके अलावा उन्हें झारखंड आ कर इस संभावनाओं को समझने के लिए आमंत्रित किया.
मुख्यमंत्री ने 29-30 नवंबर को आयोजित होने वाले ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट के लिए उन्हें और उनके डेलीगेट्स को आमंत्रित किया. इस दौरान ये भी आश्वस्त किया है कि झारखण्ड में उन्हें व्यापार के अवसरों से अवगत कराते हुए उन्हें सारी सुविधाएं दी जायेंगी. जो झारखण्ड की स्थानीय कंपनियां है उनके साथ बैठक करायी जायेगी जिससे सिर्फ निवेश ही नहीं बल्कि तकनीक ट्रांसफर से लेकर तकनीक सहयोग तक हो सके. झारखण्ड में इस क्षेत्र में अधिक से अधिक निवेश आ सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में झारखंड भारत का सबसे बड़ा फूड प्रोसेसिंग हब बनेगा.
शेन जेमिन (Chen Zemin) ने आश्वस्त किया है कि वो भारतीय बाजार का और जो झारखंड में फूड प्रोसेसिंग की जो संभावनाएं है उसका अध्ययन करेंगे और अवश्य ही आगे की कार्रवाई करेंगे. शेन जेमिन (Chen Zemin) ने कहा कि झारखंड में बड़े पैमाने पर सब्जियों के उत्पादन होता है, उसका किस तरह प्रोसेसिंग हो सकता है. इस पर भी वह अवश्य पहल करेंगे. वार्ता सकारात्मक वातावरण में हुई और इसमें ऐसी संभावना बनी हैं कि झारखंड में भी फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा मिल सके. झारखंड की स्थानीय कंपनियों को बेहतर तकनीक का लाभ मिल सके.
चीन के दौरे में मुख्यमंत्री का जोर रहा है कि चीन की वैसी कंपनी जो अधिक से अधिक एक्सपोर्ट करती हैं तथा जो फ़ूड प्रोडक्ट की प्रोसेसिंग करते है, उनका निवेश झारखंड में अधिक से अधिक किस प्रकार से हो.