रांची : ट्रैफिक डीएसपी ने मानव तस्करी के संदेह में कार चालक, नौ बच्चों को सदर थाना को सौंपा

रांची : बूटी मोड़ के पास गुरुवार को हजारीबाग की ओर से आ रही इनोवा कार को ट्रैफिक डीएसपी रंजीत लकड़ा ने जांच के लिए रोका. जांच के दौरान कार के अंदर नौ नाबालिग (बच्चे) मिलने पर ट्रैफिक डीएसपी को मामले में मानव तस्करी पर संदेह हुआ. बच्चों के बारे में पूछताछ करने पर चालक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2018 5:59 AM
रांची : बूटी मोड़ के पास गुरुवार को हजारीबाग की ओर से आ रही इनोवा कार को ट्रैफिक डीएसपी रंजीत लकड़ा ने जांच के लिए रोका. जांच के दौरान कार के अंदर नौ नाबालिग (बच्चे) मिलने पर ट्रैफिक डीएसपी को मामले में मानव तस्करी पर संदेह हुआ.
बच्चों के बारे में पूछताछ करने पर चालक ने सिर्फ यही बताया कि वह नाबालिग को लेकर हजारीबाग से आ रहा और टाटा पहुंचाने जा रहा है. इस दौरान नाबालिग भी घबराये हुए दिखे.
तब डीएसपी ने पीसीआर नौ में तैनात पुलिसकर्मियों के सहयोग ने कार सहित चालक और नाै नाबालिग को मामले की गहराई से जांच के लिए सदर थाना की पुलिस को सौंप दिया. इधर, सदर थाना की पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और बिना जांच के ही नाबालिग सहित कार चालक को छोड़ दिया.
नाबालिग को जांच के लिए सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत नहीं किया गया. नाबालिग और कार चालक को छोड़ने के पहले इसकी जानकारी ट्रैफिक डीएसपी तक को नहीं दी गयी. जब सीडब्ल्यूसी के जरिये नाबालिग को छोड़ने की जानकारी मिली, तब ट्रैफिक डीएसपी ने मामले की जानकारी ट्रैफिक एसपी संजय रंजन को दी. इसके बाद ट्रैफिक डीएसपी ने दोबारा तमाड़ और बुंडू थाना की पुलिस को इनोवा कार को रोकने के लिए फोन किया.
तमाड़ थाना पुलिस के सहयोग से इनोवा को दोबारा जांच के लिए रोका गया. जब मामले में सदर थाना प्रभारी दयानंद कुमार से बिना सीनियर अफसरों को जानकारी दिये बगैर बच्चों को छोड़ने के संबंध में ट्रैफिक डीएसपी ने पूछा, तब उन्होंने बताया कि बच्चों को ऐसे ही कार चालक ले जा रहा था. उसका यही काम है. इसलिए छोड़ दिया. डीएसपी के निर्देश पर सदर थाना प्रभारी तमाड़ पहुंचे और कार सहित चालक और नाबालिग को लेकर सदर थाना पहुंचे. मामले की गहराई से जांच की जा रही है.

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