ब्लाइंड स्कूल के बच्चों के नेत्र की हुई थी जांच, हो रहा सुधार
रांची : ब्लाइंड स्कूल के 130 बच्चों की जांच कश्यप मेमोरियल आइ हॉस्पिटल की टीम द्वारा की गयी थी. इनमें से 16 बच्चों को हाई पॉवर का चश्मा दिया गया. इसके अलावा सभी बच्चों को एक महीने की विटामिन की खुराक भी दी गयी थी. 13 साल का एक बच्चा विक्की कुमार महतो जो रामगढ़ […]
रांची : ब्लाइंड स्कूल के 130 बच्चों की जांच कश्यप मेमोरियल आइ हॉस्पिटल की टीम द्वारा की गयी थी. इनमें से 16 बच्चों को हाई पॉवर का चश्मा दिया गया. इसके अलावा सभी बच्चों को एक महीने की विटामिन की खुराक भी दी गयी थी. 13 साल का एक बच्चा विक्की कुमार महतो जो रामगढ़ का है, उसका अप्रैल 2018 में ब्लाइंड स्कूल में एडमिशन कराया गया था. वह एक आंख से दृष्टिहीन है, उसकी दूसरी आंख में हाई-पावर का चश्मा लगाया गया. इससे उसके आंख की रोशनी एक नॉर्मल बच्चे की तरह हो रही है. अब वह ब्रेल पद्धति से न पढ़ कर नॉर्मल बच्चों की तरह पढ़-लिख सकेगा. दूसरी बच्ची गीता महतो की उम्र 14 साल है. उसके पिता दुखन महतो खाना बनाने का काम करते हैं. वह हजारीबाग की रहनेवाली है. 15 अप्रैल 2011 से विद्यालय में है. इस बच्ची की भी एक आंख पूरी तरह से खराब है. अब चश्मा लग जाने पर वह नॉर्मल बच्चों की तरह पढ़-लिख रही है.