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युवाओं को रोजगार हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता, कौशल विकास के लिए 700 करोड़ रुपये : CM रघुवर

रांची : झारखंड में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है बस लोगों को एक अवसर मिलने की जरूरत है. राज्य सरकार कौशल विकास के माध्यम से युवाओं का रोजगार से जोड़ने की दिशा में तेजी से काम कर रही है. यामाहा मोटर जैसी विख्यात कंपनियों ने भी झारखंड के युवाओं पर भरोसा जताया है. उक्त […]

रांची : झारखंड में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है बस लोगों को एक अवसर मिलने की जरूरत है. राज्य सरकार कौशल विकास के माध्यम से युवाओं का रोजगार से जोड़ने की दिशा में तेजी से काम कर रही है. यामाहा मोटर जैसी विख्यात कंपनियों ने भी झारखंड के युवाओं पर भरोसा जताया है. उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहीं. वे झारखंड कौशल विकास मिशन सोसायटी व इंडिया यामाहा मोटर्स के बीच एमओयू होने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि कौशल विकास के महत्व को देखते हुए राज्य सरकार ने इस वर्ष 700 करोड़ रुपये का बजट रखा है. कौशल विकास कर हम अपने युवाओं को अच्छी नौकरी दिलाने में मदद कर सकते हैं. मुख्यमंत्री ने यामाहा कंपनी के अधिकारियों से राज्य में मोटरसाइकिल उत्पादन इकाई लगाने की अपील करते हुए कहा कि झारखंड में कच्चा माल और मानव संसाधन दोनों काफी मात्रा में उपलब्ध है.

उन्‍होंने कहा कि साथ ही झारखंड ऐतिहासिक रूप से भी देश का औद्योगिक राज्य रहा है. यामाहा मोटर्स के उप प्रबंध निदेशक टाडा यूकिहिको ने कहा कि भविष्य में कंपनी झारखंड में निर्माण इकाई लगाने का प्रयास करेगी. झारखंड की ऑटोमोबाइल पॉलिसी काफी अच्छी है. यह ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए फायदेमंद साबित होगी.

आज हुए समझौते के तहत यामाहा कंपनी झारखंड से 12वी एवं आईटीआई पास 18 वर्ष से अधिक के युवाओं का चयन करेगी. उन्हें निर्माण, रख रखाव एवं मरम्मत के क्षेत्र में 2 वर्ष का कौशल प्रशिक्षण देगी. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कंपनी के सूरजपुर, फरीदाबाद एवं चेन्नई स्थित कारखाने में होगा. यह कोर्स पूरी तरह से व्यवहारिक आधार पर संचालित होगा. साथ ही छह माह के संक्षिप्त पाठ्यक्रम पर आधारित लघु अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम भी संचालित किये जायेंगे.

प्रशिक्षण के लिए चयनित प्रशिक्षुओं को पूर्ण कार्यालय व्यवहार, कार्य के प्रति उत्साह, अनुशासन, कार्यस्थल पर टीमवर्क, संवाद, स्वास्थ्य, स्वच्छता, प्राथमिक उपचार एवं व्यक्तिगत आर्थिक प्रबंधन की भी जानकारी दी जायेगी. प्रशिक्षुओं को स्टाइपेंड, आवासन आदि की सुविधा भी दी जायेगी. प्रशिक्षण प्राप्त होने के बाद प्रमाण पत्र दिये जायेंगे. साथ ही संबंधित ट्रेड में नौकरी के अवसर भी उपलब्ध कराये जायेंगे.

एमओयू पत्र पर कौशल मिशन के निदेशक रवि रंजन व कंपनी के युकिहिको ने हस्ताक्षर किये. इस दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, कौशल विकास विभाग के सचिव राजेश शर्मा समेत अन्य लोग उपस्थित थे.

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