रांची : भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं, 600 तालाबों की खुदाई की जांच होगी, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दिया आदेश

रांची : भूमि संरक्षण विभाग की ओर से वर्ष 2016-17 में तालाब खुदाई में हुई गड़बड़ी के मामले को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गंभीरता से लिया है. दुमका में तालाब खुदाई में हुई गड़बड़ी मामले में संज्ञान लेते हुए उन्होंने पूरे झारखंड में हुई 600 तालाबों की खुदाई के जांच के आदेश दिये. मंगलवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2018 7:19 AM
रांची : भूमि संरक्षण विभाग की ओर से वर्ष 2016-17 में तालाब खुदाई में हुई गड़बड़ी के मामले को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गंभीरता से लिया है. दुमका में तालाब खुदाई में हुई गड़बड़ी मामले में संज्ञान लेते हुए उन्होंने पूरे झारखंड में हुई 600 तालाबों की खुदाई के जांच के आदेश दिये.
मंगलवार को मुख्यमंत्री जन संवाद केंद्र सीधी बात कार्यक्रम में उन्होंने भूमि संरक्षण विभाग के निदेशक को बुलाया और दुमका में तालाब की खुदाई और ढुलाई में हुई गड़बड़ी के बारे में पूछा. निदेशक ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. यह सुन सीएम बिफर पड़े और कहा कि अब जांच नहीं, सीधे कार्रवाई करें. सरकार भ्रष्टाचार से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच में जब पता चल गया है कि बाइक, ऑटो और कार से मिट्टी की ढुलाई हुई है, तो अब जांच की क्या जरूरत है. अब जांच बंद कर, कार्रवाई करो.
मुख्यमंत्री ने इस मामले में कृषि सचिव पूजा सिंघल से भी जानकारी ली. उन्होंने बताया कि दुमका के 10 प्रखंडों में गड़बड़ी की शिकायत मिली है. यह सुन उन्होंने शीघ्र कार्रवाई करने को कहा. इसके बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने फिर उनसे पूछा कि राज्य में वर्ष 2016-17 में कुल कितने तालाबों की खुदाई हुई? उन्होंने बताया कि लगभग 600 तालाब. इस पर मुख्यमंत्री ने सभी तालाबों की खुदाई के जांच के आदेश दिये. सचिव की ओर से बताया कि अभी तालाबों में पानी भरा हुआ है. 15 अक्तूबर के बाद तालाबों में पानी कम होने पर जांच करायी जायेगी.
तालाब खुदाई के बाद बाइक, ऑटो और कार से की गयी मिट्टी की ढुलाई
प्रभात खबर ने दुमका में तालाब खुदाई के बाद बाइक, ऑटो और कार से की गयी मिट्टी की ढुलाई की खबर 13 सितंबर को प्रमुखता से प्रकाशित की थी. चारा घोटाले की तर्ज पर ढुलाई की गयी थी. दस्तावेज में न तो पानी पंचायत के अध्यक्ष व सचिव के हस्ताक्षर थे और न ही पदाधिकारी के. बिना नंबर के 52 जेसीबी, पोकलेन और ट्रैक्टर को भाड़े का भुगतान किया गया . योजना संख्या 41/16-17 सैयरादाहा, शिकारीपाड़ा में बगैर नंबर के जेसीबी को 2.86 लाख रुपये का भुगतान किया गया. बाइक के नंबरवाले ट्रैक्टर (जेएस 15 सी 3663) को 85,890 रुपये का भुगतान किया गया. इस प्रकार दर्जनों मामले में गड़बड़ी पायी गयी है.

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