रांची के मुकेश कंचन को ‘दिव्यांग रत्न 2018’ सम्मान
रांची : झारखंड में रहने वाले भारतीय दिव्यांगजनक्रिकेट टीम के कप्तान मुकेश कंचन को राजस्थान में ‘दिव्यांग रत्न 2018’ से सम्मानित किया जायेगा. 30 सितंबर को जयपुर में आयोजित एक विशेष समारोह में उन्हें सम्मानित किया जायेगा. ‘उम्मीद हेल्पलाइन फाउंडेशन’समारोह का आयोजन कर रहा है. चित्तौड़गढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद सीपी जोशी समारोह के मुख्य […]
रांची : झारखंड में रहने वाले भारतीय दिव्यांगजनक्रिकेट टीम के कप्तान मुकेश कंचन को राजस्थान में ‘दिव्यांग रत्न 2018’ से सम्मानित किया जायेगा. 30 सितंबर को जयपुर में आयोजित एक विशेष समारोह में उन्हें सम्मानित किया जायेगा.
‘उम्मीद हेल्पलाइन फाउंडेशन’समारोह का आयोजन कर रहा है. चित्तौड़गढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद सीपी जोशी समारोह के मुख्य अतिथि होंगे. विशिष्ट अतिथि राजस्थानसरकारमें राज्यमंत्री धनाराम पुरोहित होंगे.
महज एक साल की उम्र में एक दुर्घटना में दिव्यांग हुए मुकेश कंचन बचपन से ही क्रिकेट के शौकीन थे. उन्होंने वर्ष 2002 में राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैच में भाग लेना शुरू किया.
वर्ष 2014 में वह भारतीय दिव्यांगजन क्रिकेट टीम में शामिल हुए. वर्ष 2015 में पहली बार भारतीय दिव्यांगजन टीम के कप्तान बने. दुनिया के कई देशों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके मुकेश 17 अंतरराष्ट्रीय शृंखला खेल चुके हैं.
वह झारखंड की राजधानी रांची के कोकर में रहते हैं. बचपन में एक पैर खराब होने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री लेने के बाद उन्होंने बीएड की भी डिग्री हासिल की.
दिव्यांग जनोंके बीच खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए मुकेश ने डिजेबल स्पोर्ट्स एवं जन उत्थान समिति का गठन किया. राज्य के 300 दिव्यांगजनों को इस संस्था से जोड़ा.