रांची : शहीदों के परिजनों को गृह जिले में देंगे जमीन, देशहित में एक साथ खड़े हो : रघुवर दास

रांची : सरकार शहीदों के परिजनों को अनुकंपा पर नौकरी और घर बनाने के लिए उसके गृह जिले में जमीन देगी. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पराक्रम पर्व के मौके पर यह घोषणा की. श्री दास शनिवार को रांची के आड्रे हाउस में आयोजित तीन दिवसीय पराक्रम पर्व को संबोधित कर रहे थे. सर्जिकल स्ट्राइक की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 30, 2018 7:25 AM
रांची : सरकार शहीदों के परिजनों को अनुकंपा पर नौकरी और घर बनाने के लिए उसके गृह जिले में जमीन देगी. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पराक्रम पर्व के मौके पर यह घोषणा की. श्री दास शनिवार को रांची के आड्रे हाउस में आयोजित तीन दिवसीय पराक्रम पर्व को संबोधित कर रहे थे.
सर्जिकल स्ट्राइक की सफलता के उपलक्ष्य में मनाये जानेवाले पराक्रम पर्व के मौके पर उन्होंने भारतीय सेना के अदम्य साहस की तारीफ की. साथ ही प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने देश के शहीद जवानों के परिजनों को दी जानेवाली सहयोग राशि दो लाख से बढ़ा कर 10 लाख रुपये कर दी है .
देशहित में एक साथ खड़े हो
इस मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि देश पर जब भी संकट आये, तो हम लोगों को आपस का वैर भूल कर देश हित में खड़ा होना चाहिए. हमारे लिए सबसे पहले राष्ट्र होना चाहिए. जब भी जरूरत हो, देश के लिए कुर्बान होने के लिए तैयार रहना चाहिए. हमें अपने सैनिकों का मनोबल बढ़ाना चाहिए. सेना है, तो हम सुरक्षित हैं.
पूरे देश में मन रहा है पराक्रम पर्व
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश में 28 से 30 सितंबर तक पराक्रम पर्व मनाया जा रहा है. 29 सितंबर 2016 को ही भारतीय सेना के वीर जवानों ने पीओके में घुस कर पाकिस्तानी आतंकवादियों के अड्डों को ध्वस्त कर दिया था.
भारतीय जवानों के इस साहस और पराक्रम का लोहा पूरे विश्व ने माना. उन्होंने कहा कि झारखंड ने भी देश को कई वीर सपूत दिये है. यह अलबर्ट एक्का और भगवान बिरसा की जन्मभूमि है. हमें इसके गौरव को और बढ़ाना है.
रांची में देश का सबसे बड़ा स्मारक स्थल बनेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची में देश का सबसे बड़ा स्मारक स्थल बनेगा. बिरसा शहीद स्थल का काम एक अक्तूबर से शुरू हो जायेगा. इसमें सभी शहीद जवानों के जीवनी लिखी होगी. साथ ही कारगिल युद्ध का एक प्रतिरूप भी बना होगा, जिसे देख कर राज्य के युवा प्रेरणा ले सकें. इस मौके पर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, गृह विभाग के प्रधान सचिव एसकेजी रहाटे, सेना के अधिकारी एवं पदाधिकारी, एनसीसी एवं कस्तूरबा विद्यालय के बच्चे उपस्थित थे.

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