रांची : स्वदेशी कोयले का उपयोग करना लक्ष्य : भट्ट

रांची : मेकन के सीएमडी अतुल भट्ट ने कहा कि ने कहा कि झारखंड में कोयला प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है. जिसे परिष्कृत कर कोकिंग कोल के आयात में कटौती की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने वैज्ञानिकों, इंजीनियरों तथा मशीन निर्माताओं से लीक से हट कर सोचने अौर नयी तकनीक की खोज करने की बात कही. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 30, 2018 8:11 AM
रांची : मेकन के सीएमडी अतुल भट्ट ने कहा कि ने कहा कि झारखंड में कोयला प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है. जिसे परिष्कृत कर कोकिंग कोल के आयात में कटौती की अपार संभावनाएं हैं.
उन्होंने वैज्ञानिकों, इंजीनियरों तथा मशीन निर्माताओं से लीक से हट कर सोचने अौर नयी तकनीक की खोज करने की बात कही. उक्त बातें उन्होंने शनिवार को सेल में आयोजित कोयला और कोल मेकिंग तकनीक – एसीसीटी 2018 पर विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कही. उन्होंने कहा कि देश में वर्ष 2030 तक 300 मीट्रिक टन स्टील उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है. श्री भट्ट ने कहा कि कोयले का सही परिष्करण कर आयातित कोकिंग कोल जो आज 85 प्रतिशत है उसे कम किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि 300 एमटी स्टील उत्पादन के लिए 40 प्रतिशत भारी उपकरणों का आयात किया जायेगा. जिसके लिए 6 बिलियन डॉलर की आवश्यकता होगी. इसमें मेक इन इंडिया की असीम संभावनाएं हैं. इससे देश में रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी और प्रौद्योगिक स्तर ऊपर उठेगा. मौके पर वैज्ञानिक गौरी चरण, आइआइएम के महासचिव कुशल साहा, आरडीसीआइएस के जीएम इंचार्ज एसके दास ने भी विचार रखे. स्वागत भाषण वासुदेव मिश्र ने दिया.

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