रांची पुलिस ने अपहृत छात्र को बिहार से मुक्त कराया
फिरौती के लिए हुआ था छात्र युवराज सिंह का अपहरण दो अपराधी बीरेंद्र उर्फ कल्लू व अजीत को हिरासत में लिया गया अपहरणकर्ताओं ने छात्र का एक वीडियो भी तैयार कर उसे परिजनों के पास व्हाट्सएप के जरिये भेजा था युवराज के अपहरण को लेकर लालपुर थाना में 28 अगस्त को केस दर्ज हुआ था. […]
फिरौती के लिए हुआ था छात्र युवराज सिंह का अपहरण
दो अपराधी बीरेंद्र उर्फ कल्लू व अजीत को हिरासत में लिया गया
अपहरणकर्ताओं ने छात्र का एक वीडियो भी तैयार कर उसे परिजनों के पास व्हाट्सएप के जरिये भेजा था
युवराज के अपहरण को लेकर लालपुर थाना में 28 अगस्त को केस दर्ज हुआ था. वह वर्तमान में लालपुर थाना क्षेत्र के नगड़ा टोली स्थित एक लॉज में रहता था.
वह योगदा सत्संंग कॉलेज में इंटर का छात्र था और धुर्वा में क्रिकेट की कोचिंग भी करता था. अनुसंधान के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि युवराज सिंह अपने दादा को रिटायरमेंट में मिले पैसे को हासिल करने के लिए खुद ही अपना अपहरण कराना चाहता था. इसी उद्देश्य से ही वह अपने दोस्त के पास हाजीपुर गया था. लेकिन हाजीपुर पहुंचने के बाद वह गलत लोगों के बीच फंस गया और इसके बाद अपराधियों ने उसका अपहरण कर लिया. अपहरणकर्ताओं ने उसका एक वीडियो भी तैयार कर परिजनों के पास भेजा, जिसमें छात्र यह बोलते सुनाई पड़ रहा था कि उसने अपना अपहरण खुद कराया है. पुलिस को आशंका है कि इसके पीछे अपहरणकर्ताओं की कोई साजिश हो सकती है, क्योंकि अपहरण कर्ताओं ने बाद में फिरौती के रूप में 40 लाख रुपये की मांग की थी. बाद में 20 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था.
छात्र की बरामदगी के लिए बिहार भेजी गयी थी टीम
युवराज सिंह के अपहरण के मामले को एसएसपी अनीश गुप्ता ने गंभीरता से लिया था. उन्होंने बिहार पुलिस की टीम को छापेमारी के लिए भेजा था.
पुलिस इस केस में पूर्व में हाजीपुर के चार युवक शंकर तिवारी, प्रतीक तिवारी, अर्जुन सिंह चंद्रवंशी और हाजीपुर के जौहरी बाजार निवासी कासीराय नामक युवक को गिरफ्तार कर रांची लाने के बाद जेल भेज चुकी है. इसके बाद एसएसपी ने छापेमारी के लिए पुलिस की दूसरी टीम को बिहार भेजा था. पुलिस लगातार अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही थी.