रांची : आठ व नौ जनवरी को होगी आम हड़ताल

रांची : बढ़ती महंगाई, श्रमिकों की समस्याओं सहित अन्य मुद्दों को लेकर आठ और नौ जनवरी को देशव्यापी आम हड़ताल होगी. हड़ताल में बैंक, इंश्योरेंस, रेलवे, कोयला सहित अन्य इकाइयों के कर्मचारी शामिल होंगे. यह बातें बैंक इंप्लाइज फेडरेशन (बेफी) के अध्यक्ष बी. प्रसाद ने रविवार को पुरूलिया रोड स्थित एसडीसी हॉल में कही. श्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2018 5:18 AM
रांची : बढ़ती महंगाई, श्रमिकों की समस्याओं सहित अन्य मुद्दों को लेकर आठ और नौ जनवरी को देशव्यापी आम हड़ताल होगी. हड़ताल में बैंक, इंश्योरेंस, रेलवे, कोयला सहित अन्य इकाइयों के कर्मचारी शामिल होंगे.
यह बातें बैंक इंप्लाइज फेडरेशन (बेफी) के अध्यक्ष बी. प्रसाद ने रविवार को पुरूलिया रोड स्थित एसडीसी हॉल में कही. श्री प्रसाद बेफी, झारखंड के पांचवें त्रैवार्षिक राज्य सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे. कहा कि वर्तमान में रोजगार का दर गिर रहा है. चार प्रतिशत से यह एक प्रतिशत हो गया है. पूंजीपतियों पर सरकार मेहरबान है. चुनाव के वक्त इसका जवाब देना होगा.
विलय का प्रस्ताव निजीकरण की प्रक्रिया : केंद्रीय कमेटी सदस्य प्रदीप कुमार षाड़ंगी ने कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक व देना बैंक के विलय का प्रस्ताव निजीकरण की एक प्रक्रिया है. सरकार दलील दे रही है कि बड़े बैंक होने से बैंक मजबूत होंगे.
पिछले दिनों स्टेट बैंक व उसके एसोसिएशन बैंक के विलय के बाद पहली बार एसबीआइ घाटे में आया. सीटू के महामंत्री प्रकाश विप्लव ने कहा कि हड़ताल को पूरी तरह सफल बनानी है. बेफी के उपाध्यक्ष जयप्रकाश दीक्षित ने कहा कि बैंक कर्मियों का वेतन समझौता 11 माह से लंबित है. आइबीए का यही रवैया रहा, तो हम आनेवाले दिनों में आंदोलन तेज करेंगे.
पर्याप्त मात्रा में नहीं हो रही नियुक्ति :
उपाध्यक्ष जे. गुड़िया ने कहा कि बैंकों में काम बढ़ रहा है. पर्याप्त मात्रा में नियुक्ति नहीं हो रही है. महामंत्री एमएल सिंह ने कहा कि बैंकिंग उद्योग में बढ़ता एनपीए चिंता का विषय है. सरकार जान-बूझ कर बकायेदारों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है. बड़े कॉरपोरेट घरानों के डिफॉल्टर को क्रिमिनल ऑफेंस के अंतर्गत लिया जाये. कड़ी कार्रवाई की जाये. मौके पर कई बैंक कर्मी उपस्थित थे.

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