रांची : वायु प्रदूषण से मुक्ति का अभियान 10 से : सरयू
रांची : खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा है कि देवनद दामोदर को प्रदूषण मुक्त करने के बाद अब 10 अक्तूबर से राज्य में वायु प्रदूषण से मुक्ति का अभियान चलेगा. अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस वार्ता में श्री राय ने कहा कि दामोदर का जल प्रदूषण जितना भयावह था उससे अधिक भयावह दामोदर […]
रांची : खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा है कि देवनद दामोदर को प्रदूषण मुक्त करने के बाद अब 10 अक्तूबर से राज्य में वायु प्रदूषण से मुक्ति का अभियान चलेगा. अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस वार्ता में श्री राय ने कहा कि दामोदर का जल प्रदूषण जितना भयावह था उससे अधिक भयावह दामोदर क्षेत्र का वायु प्रदूषण है. राज्य के अन्य हिस्सों में भी खनन, परिवहन व औद्योगिकीकरण के कारण यही स्थिति है. हाल ही में खलारी-डकरा-पिपरवार-टंडवा से लेकर धनबाद तक कोयला खनन क्षेत्रों में भ्रमण के उपरांत मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि झारखंड में वायु प्रदूषण की स्थिति जानलेवा हो गयी है.
जिस तरह से दामोदर का जल प्रदूषण दूर करने के लिये अभियान आरंभ हुआ था उसी तरह का अभियान झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिये आरंभ हो रहा है. यह अभियान नेचर फाउंडेशन के तत्वावधान में नवरात्र आरंभ होने की तिथि यानी 10 अक्तूबर से शुरू होगा.
आश्चर्य है कि झारखंड में वायु प्रदूषण की भयावहता को मापने के लिये कोई उपाय अब तक नहीं किये गये हैं. धनबाद एवं जमशेदपुर को छोड़ कर राज्य में किसी भी खनन क्षेत्र में या नगर में इसके लिये प्रदूषण मापक संयंत्र नहीं लगाये गये हैं. श्री राय ने कहा कि उन्होंने वन पर्यावरण विभाग के अधिकारियों को राज्य के अंदर प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम के अनुरूप सक्षम समितियों का गठन करने के लिये कहा है.
एक उच्च स्तरीय समिति राज्यपाल की अध्यक्षता में गठित करने का प्रावधान है जिसकी बैठक साल में एक बार होगी. यह समिति नीतिगत निर्णय लेगी. दूसरी समिति मुख्यमंत्री/मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित करने का प्रावधान है. यह समिति उपर्युक्त समिति के नीतिगत निर्णयों का क्रियान्वयन करेगी.