रांची : चालू होगी पीएमजीएसवाइ थ्री, केंद्र ने भेजी गाइड लाइन

रांची : राज्य में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना थ्री को चालू करने की दिशा में तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. केंद्र सरकार ने इससे संबंधित गाइड लाइन राज्य सरकार को भेज दी है. इसके तहत अब 2011 की जनसंख्या को ध्यान में रख कर योजनाअों का डीपीआर तैयार कराया जायेगा. यानी यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 5, 2018 9:17 AM
रांची : राज्य में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना थ्री को चालू करने की दिशा में तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. केंद्र सरकार ने इससे संबंधित गाइड लाइन राज्य सरकार को भेज दी है. इसके तहत अब 2011 की जनसंख्या को ध्यान में रख कर योजनाअों का डीपीआर तैयार कराया जायेगा.
यानी यह देखा जायेगा कि 2011 में गांवों की आबादी क्या थी, फिर इसके तहत बसावटों को जोड़ा जायेगा. फिलहाल 2001 की आबादी के आधार पर गांवों को जोड़ा जा रहा था. 2001 में आबादी कम थी, जबकि इसके 10 साल बाद आबादी में काफी इजाफा हुआ है. ऐसे में अब बढ़ती आबादी के मद्देनजर गांवों की सड़कें बनेंगी. जल्द ही राज्य सरकार केंद्र के दिशा निर्देश के आधार पर काम शुरू करेगी.
पीएमजीएसवाइ टू की सड़कें होंगी चौड़ी
वहीं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना टू के तहत सड़कें चौड़ी बनेंगी. इंजीनियरों ने बताया कि सड़क की चौड़ाई करीब 5.5 मीटर की होगी. पहले पीएमजीएसवाइ से इतनी चौड़ी सड़क का निर्माण नहीं होता था.
पहली बार राज्य में इस योजना से चौड़ी सड़कों का निर्माण होने जा रहा है. केंद्र सरकार ने योजना के तहत करीब 1600 किमी सड़क की स्वीकृति भी दे दी है. इस पर तेजी से डीपीआर बनाने का काम शुरू कर दिया गया है. जल्द ही सारी योजनाएं केंद्र सरकार को भेजी जायेंगी, ताकि स्वीकृति मिल जाये. यह प्रयास किया जा रहा है कि दो से तीन माह के अंदर योजनाअों पर काम शुरू करा दिया जाये.
रांची : बिरसा कृषि विवि द्वारा संचालित कृषि से संबंधित शोध गतिविधियों की 38वीं रबी शोध परिषद की बैठक छह अक्तूबर को होगी. निदेशालय अनुसंधान द्वारा आयोजित यह बैठक आरएसी ऑडिटोरियम में सुबह 10 बजे से होगी.
बैठक में बीएयू के कृषि संकाय एवं क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, दुमका, दारीसाई (पूर्वी सिंहभूम) और चियांकी (पलामू) के सभी विभागों के वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न कार्यरत शोध परियोजनाओं की उपलब्धियों पर चर्चा तथा भावी शोध रणनीति तय की जायेगी. बैठक में विशेषज्ञ के रूप में आइसीएआर, नयी दिल्ली के सहायक महानिदेशक (भोज्य एवं चारा) डॉ आरके सिंह और आइआइपीआर कानपुर के कार्यक्रम समन्वयक मोल्लार्प डॉ संजीव गुप्ता होंगे.

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