रांची : हाइकोर्ट ने विनय महतो हत्याकांड मामले में ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही पर रोक लगायी
रांची : झारखंड हाइकोर्ट के जस्टिस रंगन मुखोपाध्याय की अदालत में गुरुवार को सफायर इंटरनेशनल स्कूल के छात्र विनय महतो हत्याकांड मामले के त्रुटिपूर्ण अनुसंधान पर दोबारा जांच कराने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई हुई. अदालत ने राज्य सरकार को मामले की पूरी केस डायरी प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. साथ ही निचली अदालत […]
रांची : झारखंड हाइकोर्ट के जस्टिस रंगन मुखोपाध्याय की अदालत में गुरुवार को सफायर इंटरनेशनल स्कूल के छात्र विनय महतो हत्याकांड मामले के त्रुटिपूर्ण अनुसंधान पर दोबारा जांच कराने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई हुई. अदालत ने राज्य सरकार को मामले की पूरी केस डायरी प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. साथ ही निचली अदालत में चल रही कार्यवाही पर रोक लगा दी.
अदालत ने सरकार द्वारा अधूरी केस डायरी प्रस्तुत करने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पूरी केस डायरी प्रस्तुत की जाये, ताकि मामले के अनुसंधान में कहां त्रुटि है, उसे देखा जा सके. मामले की अगली सुनवाई पांच नवंबर को होगी.
इससे पूर्व राज्य सरकार की अोर से अधिवक्ता राजीव रंजन मिश्र ने केस डायरी प्रस्तुत की. पिछली सुनवाई के दाैरान अदालत ने सरकार को केस डायरी प्रस्तुत करने को कहा था. प्रार्थी की अोर से अधिवक्ता जितेंद्र शंकर सिंह ने अदालत को बताया कि पुलिस ने मामले की जांच सही तरीके से नहीं की है. उन्हें पुलिस जांच पर भरोसा नहीं है. अनुसंधान त्रुटिपूर्ण है.
मामले की सीबीआइ से जांच कराने का आग्रह किया. प्रार्थी की ओर से यह भी कहा गया कि इस मामले में पुलिस ने स्कूल की शिक्षिका नाजिया हुसैन, आरिफ अली व उनके दो नाबालिग बच्चों को आरोपी बनाते हुए चार्जशीट दायर किया था. बाद में तत्कालीन अपर न्यायायुक्त शिवपाल सिंह की अदालत ने सफायर स्कूल के प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल, बोडिंग इंचार्ज, वार्डन, डिसीप्लीन इंचार्ज, गार्ड सहित 10 अन्य लोगों को आरोपी बनाया था. इस मामले में दो नाबालिग आरोपी बरी हो चुके हैं. उल्लेखनीय है कि प्रार्थी विनय महतो के पिता मनबहल महतो ने क्रिमिनल रिट याचिका दायर कर अपने पुत्र की हत्या की दोबारा नये सिरे से जांच कराने की मांग की है. उन्होंने मामले की सीबीआइ से जांच कराने की भी मांग की है.
सातवीं का छात्र था विनय
छात्र विनय कुमार महतो (13 वर्ष) सफायर इंटरनेशनल स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ता था. पांच फरवरी को विनय महतो की हत्या स्कूल परिसर में ही कर दी गयी थी. शिक्षक छात्रावास के समीप विनय घायल अवस्था में पड़ा था. पहले उसे गुरुनानक अस्पताल ले जाया गया, फिर उसे रिम्स ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने विनय महतो को मृत घोषित कर दिया.