रांची : दूर की जायेंगी पूजा समितियों की सभी समस्याएं : उपायुक्त
रांची : रांची महानगर श्री दुर्गा पूजा समिति का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को उपायुक्त राय महिमापत रे से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने इस दौरान दुर्गोत्सव पर विशेष चर्चा की. प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पूर्व में जिला प्रशासन द्वारा जो सुविधाएं मुहैया करायी जाती थी, वे इस वर्ष भी लागू की जायें. इस पर उपायुक्त ने कहा कि […]
रांची : रांची महानगर श्री दुर्गा पूजा समिति का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को उपायुक्त राय महिमापत रे से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने इस दौरान दुर्गोत्सव पर विशेष चर्चा की. प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पूर्व में जिला प्रशासन द्वारा जो सुविधाएं मुहैया करायी जाती थी, वे इस वर्ष भी लागू की जायें. इस पर उपायुक्त ने कहा कि इस वर्ष भी अच्छी पूजा होगी. प्रशासन पूजा समितियों की परेशानियां दूर करने में हर संभव सहयोग देगा.
उपायुक्त से मिलने के बाद प्रतिनिधिमंडल ने ऊर्जा सचिव नितिन मदन कुलकर्णी से मुलाकात की. इस दौरान उनसे पूजा के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति एवं जर्जर बिजली के तारों को बदलने का आग्रह किया गया. समिति ने ग्रामीण विकास सचिव अविनाश कुमार से भी मुलाकात की. मौके पर समिति के संरक्षक डॉ अजीत सहाय, तिलक राज आजमानी, प्रदीप राय बाबू, राजन वर्मा, राजकिशोर, रवींद्र वर्मा, ओम सिंह, भास्कर वर्मा, प्रकाश चंद्र सिन्हा आदि उपस्थित थे.
गोकुल चंद, पहाड़ी मंदिर विकास समिति के संस्थापक सदस्य
राजधानी के बीचोबीच स्थित रांची पहाड़ी का शिखर शिवभक्तों के लिए अगाध श्रद्धा का केंद्र है. अपनी पौराणिक विशिष्टता के कारण ही वर्ष 1992 में रांची पहाड़ी विकास समिति अस्तित्व में आया. पहाड़ी को सजाने व संवारने का काम हुआ, लेकिन आज की स्थिति ठीक इसके विपरीत है. पहाड़ी हमारी धरोहर है, इसलिए इसे बचाकर रखना जरूरी है.
कंस्ट्रक्शन के दौरान पूरी पहाड़ी की हरियाली खत्म हो चुकी है, जिसे दुरुस्त करना जरूरी है. इसके लिए ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण हो, ताकि मिट्टी का कटाव रुक जाये. इसके अलावा पहाड़ी के चारों ओर चहारदीवारी का निर्माण किया जाना चाहिए. पिछले दिनों भक्तों द्वारा दान किये गये लाखों रुपये सड़ गये. ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए, जिससे इस तरह की घटना दोबारा न हो. भक्तों द्वारा दी गयी राशि का सदुपयोग हो.
भक्तों के पैसे से पहाड़ी मंदिर और पहाड़ी का जीर्णोद्धार हाे. इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाये. बारिश में मिट्टी का कटाव रोकने के भी उपाय करने होंगे. फ्लैग पोस्ट को किसी अन्य जगह पर शिफ्ट किया जाना चाहिए, ताकि पहाड़ी से बोझ कम हो.