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20 सड़क परियोजनाओं से बदलेगी झारखंड की सूरत, चालू है काम

चार व छह लेन की सड़क परियोजनाअों पर चालू है काम रांची : झारखंड में बन रही 15 सड़क परियोजनाअों से पूरे राज्य की सूरत बदलेगी. राज्य के अलग-अलग हिस्सों में चौड़ी व बड़ी सड़क परियोजनाअों पर काम चल रहा है. इसके पूरा होते ही झारखंड आधारभूत संरचना (रोड) के क्षेत्र में बेहतर राज्य भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2018 6:47 AM
चार व छह लेन की सड़क परियोजनाअों पर चालू है काम
रांची : झारखंड में बन रही 15 सड़क परियोजनाअों से पूरे राज्य की सूरत बदलेगी. राज्य के अलग-अलग हिस्सों में चौड़ी व बड़ी सड़क परियोजनाअों पर काम चल रहा है. इसके पूरा होते ही झारखंड आधारभूत संरचना (रोड) के क्षेत्र में बेहतर राज्य भी साबित होगा. यहां की यातायात व्यवस्था सुगम हो जायेगी. एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्रों आना-जाना भी सुगम हो जायेगा. राज्य के लिए स्वीकृति इन ये परियोजनाएं राष्ट्रीय उच्च पथों से संबंधित हैं. इसके अलावा भारतमाला परियोजना के अंतर्गत स्वीकृति कुछ योजनाएं भी हैं, जिन पर काम करने की तैयारी की जा रही है.
सड़क परियोजनाएं व उनकी मौजूदा स्थिति
बरवाअड्डा-बराकर सेक्शन
एनएच-2 पर बरवाअड्ढा से बराकर सेक्शन में निरसा से गोविंदपुर तक बाइपास निर्माण की दिशा में एनएचएआइ कार्रवाई कर रहा है. इसके साथ ही यहां एलिवेटेड कॉरिडोर की फीजिबिलिटी की भी जांच की जा रही है. इसका काम तेजी से करने को कहा गया है.
एनएच-32 चांडिल सेक्शन
एनएच-32 पर चांडिल सेक्शन में निर्माण कार्य कराने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए 15 मौजा की जमीन की जरूरत है. इसमें से पांच मौजा में बाइपास के लिए एलाइमेंट किया गया है. 10 मौजा में काम शुरू कराया गया है.
रांची-रड़गांव-जमशेदपुर-महुलिया
इसका काम भी शुरू कराया गया है. मधुकॉम एजेंसी से काम लेकर अलग-अलग हिस्सों में काम कराने का फैसला लिया है. चार पार्ट में इसका काम होगा. यानी कुल चार ठेकेदार इसका काम करेंगे. यह प्रयास हो रहा है कि जल्द से जल्द काम पूरे कर लिये जायें. इसका काम पूरा होने से रांची से टाटा व उसके आगे का सफर आसान हो जायेगा.
राजगंज-चास-पश्चिम बंगाल परियोजना
एनएच-32 पर राजगंज-चास-पश्चिम बंगाल तक सड़क निर्माण कराना है. इसके लिए जमीन की उपलब्धता भी काफी हद तक कर ली गयी है. बीसीसीएल की जमीन पर से कई संरचनाएं हटायी गयी हैं. बोकारो में भी जमीन ली गयी है. इसके बन जाने से बाेकारो-धनबाद होते हुए प बंगाल जाया जा सकेगा.
चोरदाहा-कोलहर छह लेन सड़क
एनएच-2 पर चोरदाहा-कोलहर तक छह लेन परियोजना तैयार की जा रही है. काफी हद तक जमीन लेने का काम कर लिया गया है. इस सड़क के बन जाने को यातयात की दृष्टि से बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है.
खैरतुंडा-बरवाअड्डा मार्ग
एनएच-2 पर ही खैरतुंडा से बरवाअड्डा तक फोर लेन सड़क निर्माण की योजना के लिए जमीन लेने की कार्रवाई की जा रही है. इसमें संबंधित अधिकारियों को तेजी से काम करने का निर्देश दिया गया है. सड़क बनने से इस इलाके में बड़े वाहनों के परिचालन में आसानी होगी.
पलमा से गुमला फोर लेन परियोजना
एनएच-23 पर पलमा से गुमला तक फोर लेन परियोजना को स्वीकृति दे दी गयी है. रांची व गुमला जिले से ली जोनेवाली जमीन जमीन चिह्नित कर ली गयी है. जल्द ही जमीन लेने की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. फिर एनएचएआइ आगे की प्रक्रिया करके काम शुरू करायेगा.
मिर्जा चौकी से फरक्का फोर लेन
एनएच-8 पर मिर्जा चौकी से फरक्का तक फोर लेन की योजना को स्वीकृति मिली है. राज्य सरकार ने एनएचएआइ को इस दिशा में तेजी से कार्रवाई करने कहा है. जमीन लेने की कार्रवाई की जा रही है.
पीरपैंती-गांधीग्राम फोरलेन
एनएच-133 पर पीरपैंती से गांधी ग्राम तक फोर लेन योजना स्वीकृत है. इसमें वन भूमि लेनी है. एनएचएआइ इसके निर्माण की दिशा में कार्रवाई कर रहा है.
गढ़वा बाइपास परियोजना
एनएच-75 पर गढ़वा बाइपास रोड का निर्माण कराना है. इसकी वजह से गाड़ियों को गढ़वा शहर के अंदर नहीं घुसना होगा.
हरिहरगंज-पड़वामोड़ फोर लेन परियोजना
एनएच-98 में हरिहरगंज से पड़वा मोड तक फोर लेन सड़क का निर्माण कराना है. जमीन उपलब्धता पर कार्रवाई की जा रही है.
महुलिया से बहरागोड़ा फोरलेन परियोजना
एनएच-33 पर महुलिया से बहरागोड़ा फोर लेन परियोजना पर काम शुरू है. इसकी सारी अड़चनें दूर की जा रही हैं. इलेक्ट्रिक यूटिलिटी शिफ्टिंग का काम किया जा रहा है. रांची-महुलिया मार्ग भी अगर बन जाये, तो रांची से बहरागोड़ा पहुंचना आसान होगा. आर्थिक क्षेत्र से इस सड़क का बनना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
पिस्का मोड़-कचहरी चौक एलिवेटेड कोरिडोर
इस परियोजना के लिए 0.6 हेक्टेयर भूमि लेने की कार्रवाई की जायेगी. परियोजना के लिए तीन जगहों पर जमीन लेने की जरूरत है, जो चिह्नित कर ली गयी है. इसके बनने से शहर के व्यस्तम रातू रोड से ट्रैफिक समस्या दूर हो सकेगी.
रांची-बिजुपाड़ा फोर लेन योजना
रांची से बिजुपाड़ा तक फोर लेन योजना पर काम हो रहा है. इसके बन जाने से एनएच-75 पर यातायात सुगम हो सकेगा.
बिजुपाड़ा से कुड़ू फोर लेन योजना
एनएच-75 पर ही बिजुपाड़ा से कुड़ू तक भी फोर लेन परियोजना में काम चालू है. इस पार्ट पर भी काम पूरा हो जाने से रांची से कुड़ू जाना आसान होगा.
रांची से पलमा फोर लेन योजना
पिस्का मोड़ से पलमा तक फोर लेन योजना पर काम चल रहा है. एक से डेढ़ साल में इसका निर्माण होने की संभावना है. ऐसे में एनएच-23 पर भी आवागमन बेहतर हो जायेगा.
गोविंदपुर-साहेबगंज मार्ग
गोविंदपुर-साहेबगंज मार्ग पर काम जारी है. इसके बन जाने से बड़े इलाके को लाभ होगा.
हजारीबाग-बरही फोरलेन योजना
इस पर काम अंतिम चरण पर है. इस पर वाहन चल रहे हैं, लेकिन पूरी तरह पूर्ण हो जाने के बाद आवागमन बेहतर हो जायेगा.
बरही-कोडरमा फोरलेन योजना
एनएचएआइ ने बरही-कोडरमा फोर लेन योजना का भी टेंडर फाइनल कर दिया है. जल्द ही इस पर काम शुरू होने वाला है.
भारत माला परियोजना
इस परियोजना के तहत साहेबगंज-दुमका-जामताड़ा-धनबाद-सिंदरी-चंदनक्यारी-पुरुलिया-चांडिल-बहरागोड़ा-बालासोर-धामरा पोर्ट रूट को इकोनॉमिक कॉरिडोर के रूप में शामिल करने का प्रस्ताव है.

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