बिजली कंपनी के एमडी ने संभाला पदभार
रांची: बिजली कंपनियों के नवनियुक्ति एमडी ने अपना-अपना पदभार संभाल लिया है. झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड व झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड के सीएमडी के रूप में एसएन वर्मा ने पदभार संभाल लिया. वहीं झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के एमडी केके वर्मा व झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड के एमडी सुभाष सिंह ने […]
रांची: बिजली कंपनियों के नवनियुक्ति एमडी ने अपना-अपना पदभार संभाल लिया है. झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड व झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड के सीएमडी के रूप में एसएन वर्मा ने पदभार संभाल लिया.
वहीं झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के एमडी केके वर्मा व झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड के एमडी सुभाष सिंह ने पदभार ग्रहण किया.
पांच से छह दिनों में पावर ट्रांसफारमर बदले जायेंगे : केके वर्मा
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के एमडी केके वर्मा ने कहा कि उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली मिले, इसके लिए वह प्रयासरत रहेंगे. उन्होंने कहा कि वह मुख्य रूप से चार प्राथमिकताओं पर काम करेंगे. पहली प्राथमिकता है बिजली कंपनी के सभी अभियंता, कामगार व पदाधिकारी बीच विश्वास को बहाल कर सामूहिक रूप से उपभोक्ताओं के हित में काम करेंगे. दूसरा पांच से छह दिनों के भीतर जहां भी पावर ट्रांसफारमर जले हुए हैं, उसे बदला जायेगा. बकाया वसूली का अभियान तेज किया जायेगा. बिजली की कमी न हो इसके लिए नये ढंग से पावर परचेज एग्रीमेंट किया जायेगा. खुली निविदा निकाली जायेगी. सुबह, दोपहर और शाम के लिए अलग-अलग टैरिफ दर से बिजली की खरीदारी की जायेगी. खराब मीटर बदले जायेंगे. जहां मीटर नहीं है वहां मीटर लगाये जायेंगे. संथाल परगना में बिजली समस्या पर श्री वर्मा ने कहा कि वहां 33 केवी लाइन में समस्या है. उन्होंने जीएम से बात की है. पावर ट्रांसफारमर भी वहां उपलब्ध करा दिये जायेंगे. वितरण कंपनी उपभोक्ता फ्रेंडली बनेगी यह आश्वासन श्री वर्मा ने दिया है.
बेहतर करने का प्रयास : सुभाष सिंह
झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड के एमडी सुभाष सिंह ने कहा कि वह बेहतर से बेहतर करने का प्रयास करेंगे. वितरण व उत्पादन कंपनियों के बीच सामंजस्य बैठा कर रुके हुए काम को पूरा कराया जायेगा. ट्रांसमिशन नेटवर्क का काम जल्द ही आरंभ होगा.
जुलाई तक पतरातू प्लांट का काम आरंभ : एसएन वर्मा
झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड के सीएमडी एसएन वर्मा ने कहा कि पतरातू में 1320 मेगावाट के पावर प्लांट के लिए आरएफक्यू की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. 10 कंपनियों ने निविदा डाली है. जल्द ही फायनेंशियल बिड खोला जायेगा. जुलाई के अंत तक टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी. इसके बाद पावर प्लांट का निर्माण कार्य आरंभ हो जायेगा. उन्होंने कहा कि पतरातू में 1320 मेगावाट के एक और पावर प्लांट लगाने की दिशा में काम किया जा रहा है. यहां कोयला व पानी की उपलब्धता है. 1200 एकड़ जमीन की जरूरत है. यह भी यहां उपलब्ध है. अब बिजली कंपनी इस दिशा में आगे कदम बढ़ायेगी. भवनाथपुर पावर प्लांट के लिए केंद्र सरकार से टर्म्स ऑफ रिफरेंस(टीओआर) लेना बाकी है. जैसे ही टीओआर मिल जाता है, इसके लिए भी आरएफक्यू निकाल दिया जायेगा. श्री वर्मा ने कहा कि अब बिजली कंपनियों के निदेशक मंडल का पूर्ण रूप से गठन हो चुका है. अब तेजी से काम होगा. बिजली संकट से निजात दिलाना पहली प्राथमिकता होगी. भुगतान न होने की वजह से पावर ग्रिड ने ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण कार्य बंद कर रखा है. 475 करोड़ रुपये का भुगतान करना है. अब निदेशक मंडल की बैठक होते ही इसे कर लिया जायेगा. 17 को निदेशक मंडल की बैठक हो सकती है. डीवीसी के भुगतान की दिशा में भी काम किया जायेगा ताकि उपभोक्ताओं को अबाधित बिजली मिल सके.