रांची : कोई गरीब खून के लिए बिचौलियों के चंगुल में न फंसे : रघुवर दास
समाहरणालय में रक्तदान शिविर के उदघाटन के बाद बोले मुख्यमंत्री रघुवर दास सीएम ने राजनीतिक दलों व सामाजिक संस्थाओं से भी रक्तदान शिविर लगाने का आह्वान किया रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि रक्तदान शिविर पूरे राज्य में लगाया गया है, ताकि राज्य में खून की उपलब्धता पर्याप्त रहे और गरीब खून के […]
समाहरणालय में रक्तदान शिविर के उदघाटन के बाद बोले मुख्यमंत्री रघुवर दास
सीएम ने राजनीतिक दलों व सामाजिक संस्थाओं से भी रक्तदान शिविर लगाने का आह्वान किया
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि रक्तदान शिविर पूरे राज्य में लगाया गया है, ताकि राज्य में खून की उपलब्धता पर्याप्त रहे और गरीब खून के लिए किसी बिचौलिये के चंगुल में न फंसे. ब्लड बैंकों में खून रहेगा, तो गरीबों को आसानी से मिलेगा. थैलेसीमिया व अन्य मरीजों के लिए खून ब्लड बैंकों में रहे, इसके लिए रक्तदान शिविर जरूरी है.
मुख्यमंत्री गुरुवार को रांची समाहरणालय में रक्तदान शिविर के उदघाटन के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे. यह शिविर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर आयुष्मान भारत योजना के तहत रांची जिला प्रशासन ने लगाया था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति में गुप्तदान को सबसे महान बताया गया है, लेकिन अब समय में बदलाव आया है. अब दान करने के बाद लोग अपना नाम अंकित कराने में लगे हैं, ताकि लोग जान सकें कि यह दान किसने किया है.
उन्होंने राजनीतिक दलों व सामाजिक संस्थाओं से भी रक्तदान शिविर लगाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए हमारी सरकार ने सरकारी कर्मियों को साल में चार दिन अवकाश देने का नियम बनाया है. रक्तदान करने वाले सरकारीकर्मी उस दिन छुट्टी पर रह सकते हैं. मौके पर उपायुक्त राय महिमापत रे ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर शिविर लगाया गया है. इसमें समाहरणालय के 200 कर्मियों ने रक्तदान किया.
नवरात्र बाद रक्तदान करेंगे सीएम: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मैं भी रक्तदान करना चाह रहा था, लेकिन उपवास पर रहने के कारण रक्तदान नहीं कर पाया. दुर्गा पूजा के बाद मैं अवश्य रक्तदान करूंगा.
शिविर में लगभग 700 यूनिट रक्त जमा हुए. रक्तदान करनेवालों में डीसी राय महिमापत रे, एसएसपी अनीश गुप्ता, जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी गीता चौबे, कार्यपालक दंडाधिकारी रविशंकर समेत बड़ी संख्या में सीआइएसएफ के जवान, एनसीसी, एनएसएस के अलावा समाहरणालय के कर्मी, शिक्षक व अन्य लोग शामिल थे. शिविर में सबसे पहले रक्तदान करने वालों को मुख्यमंत्री की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इनमें कार्यपालक दंडाधिकारी रवि शंकर व शिक्षक डॉ शाहनवाज कुरैशी शामिल थे.