रांची : संग्रहालय निर्माण का शिलान्यास, बोले सीएम, 70 साल तक शासन करनेवालों ने महापुरुषों के साथ भी राजनीति की

जेल रोड स्थित पुराना बिरसा मुंडा कारागार के जीर्णोद्धार, संरक्षण और संग्रहालय निर्माण का शिलान्यास गुरुवार को किया गया. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री रघुवर दास और केंद्रीय जनजाति कल्याण मंत्री जुएल उरांव ने बटन दबा कर शिलान्यास किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा : देश की आजादी के बाद 70 साल तक देश पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 12, 2018 7:19 AM
जेल रोड स्थित पुराना बिरसा मुंडा कारागार के जीर्णोद्धार, संरक्षण और संग्रहालय निर्माण का शिलान्यास गुरुवार को किया गया. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री रघुवर दास और केंद्रीय जनजाति कल्याण मंत्री जुएल उरांव ने बटन दबा कर शिलान्यास किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा : देश की आजादी के बाद 70 साल तक देश पर शासन करनेवाले परिवार ने हजारों स्वतंत्रता सेनानियों, शहीदों के परिवारों को भुला दिया. झारखंड समेत पूरे देश के महापुरुषों, शहीदों के साथ भी राजनीति की. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शासन में उन अमर शहीदों की खोज शुरू हुई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने उनका स्मारक बना कर, उनको सम्मान देकर कर्ज उतारना शुरू किया.
रांची : जेल रोड स्थित पुराना बिरसा मुंडा कारागार में आयोजित शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा : झारखंड वीरों की भूमि है. आदिवासियों ने महात्मा गांधी के उदय से बहुत पहले ही आजादी की लड़ाई छेड़ दी थी. 1766 से 1869 तक और उसके बाद भी आदिवासी समाज के नाम अंग्रेजों के खिलाफ कई विद्रोह, कई आंदोलन किये.
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से अंग्रेजों के पाले लोगों की वजह से उनका विद्रोह सफल नहीं हो सका. आज भी वैसे लोग बचे हुए हैं. अंग्रेजों के पाले लोग हमारी संस्कृति, हमारी परंपरा को दूषित कर रहे हैं. जाति, संप्रदाय के नाम पर समाज तोड़ना चाहते हैं. पर, ऐसा नहीं चलेगा. अपनी संस्कृति और अपनी परंपरा को हम अक्षुण रखेंगे.
शहीदों के घर, उनके गांव से लायेंगे मिट्टी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिरसा मुंडा संग्रहालय में देश के लिए बलिदान देने वाले झारखंड के वीरों की गाथा प्रदर्शित की जायेगी. जन सहयोग से संग्रहालय का निर्माण शुरू होगा. अमर शहीदों के गांव, उनके घर से मिट्टी संग्रहालय में लायी जायेगी.
सिदो-कान्हू, जतरा टाना भगत, गया सिंह मुंडा, तेलंगा खड़िया समेत अन्य शहीदों की प्रतिमा भी लगायी जायेगी. संग्रहालय का आकर्षण 100 फीट ऊंची भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा होगी. मुख्यमंत्री ने पाठ्यक्रम में राज्य के अमर शहीदों की जीवनी पढ़ाने और राजा मदरा मुंडा की प्रतिमा भी संग्रहालय में लगाने की घोषणा की. उन्हाेंने कहा कि सबके जन सहयोग से संग्रहालय का निर्माण शुरू होगा. साल भर के अंदर ऐसा संग्रहालय बनेगा कि दुनिया भर से लोग देखने आयेंगे.
शहीदों के गांव मॉडल विलेज बनें : राज्यपाल
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि झारखंड के शहीदों के गांवों को मॉडल विलेज के रूप में विकसित किया जाये. उन्होंने राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की. कहा कि झारखंड शहीदों की भूमि के रूप में जाना जाता है. इस पहचान को बरकरार रखने की जरूरत है. सरकार इस दिशा में अच्छी पहल कर रही है.
शहीदों के गांवों का संपूर्ण विकास चाहते हैं प्रधानमंत्री : जुएल उरांव
केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहीदों के गांवों का संपूर्ण विकास चाहते हैं. अंग्रेजों द्वारा लिखे गये इतिहास में भुला दिये गये शहीदों को सम्मान देने के लिए पूरे देश में मुहिम चलायी जा रही है. नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि सरकार शहीदों के वंशजों का भविष्य बेहतर करने के लिए काम कर रही है. कल्याण मंत्री लुईस मरांडी ने कहा कि इतिहास के पन्नों से बाहर रखे गये आदिवासी समाज द्वारा आजादी के लिए निभायी गयी भूमिका को सरकार सम्मान दे रही है.
ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने डोम्बारीबुरू में किये गये नरसंहार की तुलना जलियावाला बाग से करते हुए वैसी जगहों को पहचानने और उनका विकास करने की जरूरत बतायी. सांसद कड़िया मुंडा ने कहा कि अंग्रेजों के अनकहे इतिहास से निकाल कर शहीदों को बच्चों की किताबों तक पहुंचाना जरूरी है. केंद्रीय राज्यमंत्री सुदर्शन भगत व सांसद रामटहल चौधरी ने देश के लिए कुर्बानी देने वाले राज्य के शहीदों को सम्मान देने के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का आभार जताया.
शहीदों के वंशजों का किया गया सम्मान
समारोह के दौरान झारखंड के शहीदों के वंशजों को सम्मान दिया गया. भगवान बिरसा मुंडा के वंशज सुखराम मुंडा, सिदो-कान्हू के वंशज नीला व रस्का मुर्मू, जतरा टाना भगत के वंशज खड़िया टाना भगत, गया सिंह मुंडा के वंशज लाल सिंह मुंडा समेत अन्य को राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्री व विधायकों ने पगड़ी पहना कर स्वागत किया. मौके पर विधायक गंगोत्री कुजूर, नवीन जायसवाल, रामकुमार पाहन, शिवशंकर उरांव व मेयर आशा लकड़ा समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे. अतिथियों का स्वागत कल्याण सचिव हिमानी पांडेय और धन्यवाद ज्ञापन अजय कुमार सिंह ने किया.
एक साल में पूरा होगा संग्रहालय का जीर्णोद्धार
रांची : भगवान बिरसा मुंडा संग्रहालय का जीर्णोद्धार और संरक्षण कार्य एक वर्ष में पूरा हो जायेगा. 15 नवंबर 2019 तक कार्य समाप्त कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उसका उदघाटन कराया जायेगा. पुराना जेल के उस कक्ष का जीर्णोद्धार किया जायेगा, जिसमें अंग्रेजों ने भगवान बिरसा मुंडा को कैद कर रखा था. उस कक्ष को स्मारक के रूप में ही संरक्षित किया जायेगा. उस कक्ष के पास म्यूजियम बनाया जायेगा. म्यूजियम में लोग भगवान बिरसा मुंडा समेत राज्य के अन्य शहीदों की जीवनी के बारे में जान सकेंगे. लगभग 40 एकड़ जमीन पर बननेवाला जेल पार्क परिसर सीमा पर शहीद होने वाले जवानों को समर्पित होगा.
पार्क के चारों कोनों पर वाॅच टावर बनाया जायेगा. यह हाइटेक पार्क होगा. साउंड एवं लाइट शो के जरिये भगवान बिरसा मुंडा समेत राज्य के शहीदों की जीवनी दिखायी जायेगी. पार्क में 150 मीटर ऊंचा टावर बनाया जायेगा. इसे भगवान बिरसा मुंडा टावर के नाम से जाना जायेगा. टावर के ऊपर शीशे से बना रेस्टोरेंट होगा, जहां से पूरी रांची दिखेगी.

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