दम घुटने से किशोरी कमरे में थी अचेत, इलाज के बाद सामान्य, पुलिस ने दरवाजा खोल कर आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया
सिल्ली : पुलिस की तत्परता से एक किशोरी की जान बच गयी. जानकारी के मुताबिक क्षेत्र के बनुआडीह निवासी जनार्दन मांझी की 17 वर्षीय पुत्री संगीता कुमारी बुधवार रात अपने कमरे में अकेले सोयी हुई थी. सुबह उसका दरवाजा नहीं खुला, तो परिजनों ने सोचा कि सो रही होगी. लेकिन ज्यादा देर होने पर दरवाजा […]
सिल्ली : पुलिस की तत्परता से एक किशोरी की जान बच गयी. जानकारी के मुताबिक क्षेत्र के बनुआडीह निवासी जनार्दन मांझी की 17 वर्षीय पुत्री संगीता कुमारी बुधवार रात अपने कमरे में अकेले सोयी हुई थी. सुबह उसका दरवाजा नहीं खुला, तो परिजनों ने सोचा कि सो रही होगी. लेकिन ज्यादा देर होने पर दरवाजा खुलवाने की कोशिश की गयी, तो अंदर से कोई आवाज नहीं आयी.
काफी देर तक दरवाजा नहीं खुलने पर आस-पड़ोस के लोग जमा हो गये. वहीं परिजन किसी अनहोनी की आशंका से डर गये. परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी चिरंजीत प्रसाद, एसआइ नारायण सोरेन ने दरवाजा खोल कर किशोरी को बाहर निकाला. वह अचेत थी. लेकिन उसकी सांस चल रही थी.
थाना प्रभारी उसे फौरन अपनी जीप में लादकर सरकारी अस्पताल ले गये. जहां इलाज के बाद उसे होश आया. चिकित्सकों ने बताया कि बच्ची दम घुटने से अचेत हो गयी थी. कुछ देर और इसी अवस्था में रहती, तो उसकी जान को खतरा था. थाना प्रभारी ने बताया कि जिस कमरे में वह सोयी थी. उसमें हवा आने के लिए वेंटिलेटर व खिड़की भी नहीं थी.