काफी पीछे है झारखंड में मॉडर्न रिकॉर्ड रूम बनाने का काम

रांची : राज्य भर में मॉडर्न रिकॉर्ड रूम बनाने का काम काफी पीछे चल रहा है. राज्य के 38 लोकेशन में इसका काम करना था. इसके लिए एक साल का समय निर्धारित किया गया था, लेकिन ढाई साल की अवधि में मात्र चार लोकेशन खूंटी, रामगढ़, तेनुघाट व घाटशिला में ही काम हुआ है. इन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2018 7:31 AM
रांची : राज्य भर में मॉडर्न रिकॉर्ड रूम बनाने का काम काफी पीछे चल रहा है. राज्य के 38 लोकेशन में इसका काम करना था. इसके लिए एक साल का समय निर्धारित किया गया था, लेकिन ढाई साल की अवधि में मात्र चार लोकेशन खूंटी, रामगढ़, तेनुघाट व घाटशिला में ही काम हुआ है.
इन चारों लोकेशन में काम तो हुआ, लेकिन तीन माह तक ही लोगों को इसकी सेवा मिल सकी. यानी इतनी अवधि तक ही लोग खतियान, पंजी टू व कोर्ट केस से संबंधित मामलों को अॉनलाइन देख सके. इसके बाद से यह सेवा ठप है. वहीं राज्य के अन्य हिस्सों में भी मॉडर्न रिकॉर्ड रूम तैयार करने का मामला लटका हुआ है. कई जगह या तो काम बंद है या काफी धीमी गति से इसका काम चल रहा है.
जानकारी के मुताबिक राज्य में मॉर्डन रिकॉर्ड रूम तैयार करने का काम हैदराबाद की कंपनी एमिलिओन टेक्नोलॉजी प्राइवेड लिमिटेड व टेरा सॉफ्टवेयर लिमिटेड को ज्वायंट वेंचर में मिला था. जैप आइटी इसका काम करा रहा है.
विभाग ने अप्रैल 2016 में इसका काम करीब 74 करोड़ रुपये में कंपनी को दिया था. एक साल में काम खत्म करने के बाद कंपनी को लोगों को यह सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चार साल तक सरकार को सहयोग करना था.
मॉडर्न रिकॉर्ड रूम से क्या होगा लाभ
मॉडर्न रिकॉर्ड रूम बन जाने से खतियान, रजिस्टर टू व कोर्ट केस से संबंधित मामले अॉनलाइन देखे जा सकेंगे. खतियान निकालने के लिए किसी को रिकॉर्ड रूम नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि अॉनलाइन ही इसे निकाला जा सकेगा. उसी तरह रजिस्टर टू भी आसानी से देखा जा सकेगा. उपायुक्त, अपर समाहर्त्ता, एसडीअो व डीसीएलआर के न्यायालय से संबंधित केस के बारे में भी अॉनलाइन जानकारी प्राप्त की जा सकेगी.

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