बचायें पहाड़ी मंदिर : मंदिर को बरबाद करने में विकास समिति की अहम भूमिका
मोहन शर्मा, शिव भक्त मैं पिछले 12 वर्षों से नियमित रूप से पहाड़ी मंदिर जाता हूं. इसलिए पहाड़ी मंदिर के हर छोटी सी छोटी गतिविधि से वाकिफ हूं. पहाड़ी मंदिर विकास समिति आज पहाड़ी के विकास के लिए जो कार्य कर रही है, मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि एक दिन यह समिति […]
मोहन शर्मा, शिव भक्त
मैं पिछले 12 वर्षों से नियमित रूप से पहाड़ी मंदिर जाता हूं. इसलिए पहाड़ी मंदिर के हर छोटी सी छोटी गतिविधि से वाकिफ हूं. पहाड़ी मंदिर विकास समिति आज पहाड़ी के विकास के लिए जो कार्य कर रही है, मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि एक दिन यह समिति पहाड़ी मंदिर को धंसा कर ही छोड़ेगी.
यह समिति आज भस्मासुर की भूमिका में आ गयी है. इसे पहाड़ी को बचाने में कोई रुचि नहीं है. आज पहाड़ी में पूजन सामग्री से खाद बनाने की प्रक्रिया बंद हो गयी है. मंदिर का रंग रोगन नहीं हो रहा है. लेकिन, कार्यालयों में एसी लगाये जा रहे हैं.
इसलिए अभी भी समय नहीं गुजरा है. सरकार, प्रशासन व आमलोग इस धरोहर को बचाने के लिए आगे आयें, तभी पहाड़ी मंदिर का भविष्य बचा रहेगा. अन्यथा जिस प्रकार से पहाड़ी मंदिर विकास समिति कार्य कर रही है. एक दिन ऐसा भी आयेगा जब पहाड़ी मंदिर इतिहास बन जायेगा.