रांची : कांटाटोली और कांके से हजारों सिमकार्ड बरामद मामला, भारत में प्रतिबंधित गैजेट से भेजे जाते थे एसएमएस
इंटरनेशनल लिंक की जांच में आइबी की लेगी मदद रांची : रांची के कांटाटोली स्थित हासिबा इन्क्लेव के एक फ्लैट और कांके के भीठा स्थित एक घर से साइबर ठगी और धार्मिक उन्माद फैलाने की सूचना मंगलवार की रात छापेमारी के बाद बरामद सिम बॉक्स, सिम कार्ड और मशीन की जांच बुधवार को एटीएस और […]
इंटरनेशनल लिंक की जांच में आइबी की लेगी मदद
रांची : रांची के कांटाटोली स्थित हासिबा इन्क्लेव के एक फ्लैट और कांके के भीठा स्थित एक घर से साइबर ठगी और धार्मिक उन्माद फैलाने की सूचना मंगलवार की रात छापेमारी के बाद बरामद सिम बॉक्स, सिम कार्ड और मशीन की जांच बुधवार को एटीएस और साइबर पुलिस ने की. जांच के दौरान पुलिस अधिकारियों को पता चला है कि बरामद सिम बॉक्स का गैजेट भारत में प्रतिबंधित है. लेकिन उसका इस्तेमाल मैसेज भेजने में किया जा रहा था.
बरामद गैजेट के जरिये करीब 10 हजार मैसेज एक साथ भेजे जा सकते हैं. संदेह के आधार पर साइबर पुलिस और एटीएस ने साइबर फ्रॉड के इंटरनेशनल लिंक और कनेक्शन की जांच शुरू कर दी है. जांच के दौरान एटीएस इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) के अधिकारियों का भी सहयोग ले सकती है.
सिम बॉक्स का संचालन करनेवाले व्यक्ति के दुबई में होने की जानकारी पूर्व में पुलिस को जांच के दौरान मिली थी. लेकिन बुधवार को पुलिस को उसके नामकुम इलाके में होने की सूचना मिली है. लेकिन खबर लिखे जाने तक उसने साइबर पुलिस या एटीएस या रांची जिला की पुलिस से संपर्क नहीं किया है. मामले में बुधवार को भी टीम हासिबा अपार्टमेंट और भीठा गांव जाकर मामले की जांच की.
पुलिस को कई बिंदुओं पर संदेह : पुलिस को जांच के दौरान कई अन्य बिंदुओं पर संदेह है. संदेह इस बात को लेकर है कि पूछताछ के दौरान हिरासत में लिये गये दोनों युवकों ने बताया कि वे कंपनी के लिए काम करते थे. कंपनी का काम बल्क में लोगों को एसएमएस भेजना है.
लेकिन इससे संबंधित कोई पेपर वे प्रस्तुत नहीं कर पाये. कंपनी के दिल्ली में कार्यालय होने की बात भी सामने आयी है. लेकिन कंपनी कहां से रजिस्टर्ड है. इसके बारे भी पुलिस को कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है, इसलिए मामले में पुलिस को संदेह है कि सिम बॉक्स का इस्तेमाल किसी गलत काम के लिए तो नहीं किया जाता था.
पटना के एसएसपी ने रांची के एसएसपी से की बात : मामले में पटना के एसएसपी मनु महाराज ने रांची के एसएसपी अनीश गुप्ता से बात की है. लेकिन अब तक की जांच में पटना कनेक्शन सामने नहीं आया है.
कांटा टोली में जिस फ्लैट से एक युवक को हिरासत में लिया गया है, उसके बारे में फ्लैट के मालिक को भी कोई जानकारी नहीं है. उसने अशरफ नाम के व्यक्ति को किराये पर फ्लैट दिया था. लेकिन फ्लैट का व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा था, इसकी जानकारी उसे नहीं थी. उल्लेखनीय है कि मंगलवार की रात छापेमारी के दौरान सात हजार से अधिक सिम और सिम बॉक्स बरामद किये गये थे.