रांची : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने शुक्रवार को एनोस व मेनन एक्का की दिल्ली और गुड़गांव स्थित जमीन और मकान को अपने कब्जे में ले लिया. शुक्रवार को जब्त की गयी 13 बीघा जमीन और मकान की कागजी मूल्य 1.82 करोड़ रुपये है.
ईडी के अधिकारियों ने दिल्ली को हौजखास में एनोस एक्का के नाम पर खरीदी गयी 13 बीघा जमीन को अपने कब्जे में ले लिया. एनोस एक्का के नाम पर यह जमीन वीरेंद्र मित्तल, प्रदीप मित्तल, पुनीत गुप्ता और नवीन गुप्ता से खरीदी गयी थी. कागज में दिल्ली स्थित इस जमीन की कीमत सिर्फ 60.48 लाख रुपये दर्ज है.
हालांकि इसका बाजार मूल्य तीन करोड़ रुपये से अधिक बताया जाता है. ईडी ने दिल्ली के ही बसंत लोक में मेनन एक्का के नाम से खरीदे गये मकान को भी अपने कब्ज में ले लिया. बसंत लोक में 145.66 वर्ग मीटर पर बने इस मकान की कागजी कीमत 63.60 लाख रुपये दिखाया गया है.
इस मकान का बाजार मूल्य दो करोड़ रुपये से अधिक बताया जाता है. ईडी ने गुड़गांव के सुशांत लोक स्थित एनोस के आलीशान मकान को भी अपने कब्जे में ले लिया. सुशांत लोक के सेक्टर-सी स्थित मकान संख्या 963 को ईडी के अधिकारियों ने सील कर दिया. साथ ही एडजुकेटिंग ऑथरिटी के आदेश के आलोक में मकान पर नोटिस चिपका दिया. 2600 वर्ग फुट पर बने इस आलीशान मकान की कीमत कागजी तौर पर 58.30 लाख रुपये है.
ईडी ने मनी लाउंड्रिंग के आरोप में पूर्व मंत्री एनोस एक्का और उसकी पत्नी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. यह मामला रांची के पीएमएलए कोर्ट में चल रहा है. इडी मे मनी लाउंड्रिंग के आरोपों के मद्देनजर उसकी संपत्ति को पहले अस्थायी तौर पर जब्त किया था. एडजुकेटिंग ऑथिरिटी द्वारा संबंधित संपत्तियों के स्थायी रूप से जब्त करने का आदेश पारित किये जाने के बाद ईडी ने 27 सितंबर 2018 को एनोस की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू की.
ईडी अधिकारियों द्वारा गुड़गांव से पहले रांची और जलपाइगुड़ी में एनोस की संपत्ति स्थायी रूप से जब्त की जा चुकी है. इसमें रांची एयरपोर्ट रोड स्थित आलीशान मकान, हरिओम टावर और श्री राम रिजेंसी स्थित एक-एक फ्लैट के अलावा सिरमटोली और ओरमाझी स्थित जमीन शामिल है. जलपाइगुड़ी में भी मोटरिस्ट इन कंपनी के नाम पर 100 एकड़ में फैले चाय बागान और रिसोर्ट के अलावा 100 एकड़ खाली जमीन भी इडी द्वारा अपने कब्जे में लिया जा चुका है.