नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में गवर्नर से मिले झामुमो के नेता, राज्यपाल की भी नहीं सुनती है सरकार, हालत बदतर : हेमंत
रांची : झामुमो ने राज्य में विधि-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया है़ कहा है कि राजधानी सहित पूरे राज्य में अपराधी बेखौफ हैं और जनता दहशत के माहौल में जीने के लिए मजबूर है़ झामुमो ने अल्पवृष्टि के कारण धान की फसल बर्बाद होने का भी मामला उठाया है़ सरकार से किसानों के लिए अविलंब […]
रांची : झामुमो ने राज्य में विधि-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया है़ कहा है कि राजधानी सहित पूरे राज्य में अपराधी बेखौफ हैं और जनता दहशत के माहौल में जीने के लिए मजबूर है़ झामुमो ने अल्पवृष्टि के कारण धान की फसल बर्बाद होने का भी मामला उठाया है़ सरकार से किसानों के लिए अविलंब राहत कार्य चलाने की मांग की है़ शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झामुमो विधायक व पदाधिकारियों ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिल कर दोनों ही मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है़
राजभवन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य की सरकार राज्यपाल की भी नहीं सुनती है़ पूरे राज्य में आपराधिक घटनाएं तेजी से बढ़ती जा रही है़ं डीजीपी अपराध परत्र अंकुश लगाने के बजाय राज्य के मुखिया की भक्ति में बयान दे रहे है़ं राज्यपाल ने पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलायी, लेकिन हालात में सुधार नहीं हुए.
श्री सोरेन ने कहा कि समय पर रोपनी नहीं होने के कारण पहले ही धान की रोपनी प्रभावित हो चुकी थी़ बाद में फसल तैयार होने के बाद बारिश नहीं हुई, जिससे किसानों की स्थिति दयनीय हो चुकी है. राज्य में 15़ 7 लाख हेक्टेयर जमीन पर धान की खेती हुई थी, लेकिन लगभग 6 लाख हेक्टेयर जमीन में ही खेती बच पायी है़ राज्यपाल से इस संबंध में सरकार को राहत कार्य चलाने का निर्देश देने की मांग की गयी है़
क्या कहा गया है ज्ञापन में
झामुमो ने राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि राजधानी में सीएम आवास के समक्ष और व्यस्त इलाके में हत्या व लूट की घटनाएं हो रही है़ं कानून व्यवस्था की इससे बदतर स्थिति पहले कभी नहीं हुई थी़ राज्यपाल से इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया गया है़ अल्पवृष्टि के मामले में पार्टी ने कहा कि पूरे राज्य में धान की खेती बर्बाद हो गयी है़ लोग खाने को मोहताज हो गये है़ं
राेजगार के लिए पलायन कर रहे है़ं दुमका, देवघर, हजारीबाग में सर्वाधिक नुकसान हुआ है़ समय रहते राहत कार्य शुरू नहीं किया गया, तो स्थिति और भयावह होगी़ श्री सोरेन के साथ सांसद विजय हांसदा, विधायक चंपई सोरेन, नलिन सोरेन, साइमन मरांडी, जगन्नाथ महतो, दीपक बिरुआ, निरल पूर्ति, चमरा लिंडा, शशि भूषण सामड़, दशरथ गगराई, सीमा देवी, योगेंद्र महतो, विनोद पांडेय, सुप्रियो भट्टाचार्य और अभिषेक प्रसाद पिंटू ने गवर्नर से मुलाकात की़
सरकार ने पहले कमर कस ली तब हेमंत की नींद टूटी : भाजपा
रांची : भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि हेमंत सोरेन की नींद अब खुल रही है जबकि सरकार पहले से ही सचेत है और काम कर रही है़ यही वजह है कि सरकार पहले ही सुखाड़ की स्थिति से निबटने के लिए बड़े कदम उठा चुकी है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन विभाग और कृषि विभाग की बैठक पहले ही हो चुकी है़ लगभग 100 से ज्यादा प्रखंड है़ं, जहां कम बारिश के कारण, रोपा में कमी के कारण और मिट्टी में नमी की कमी के कारण सुखाड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है़
आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी प्रखंडों का विस्तृत अध्ययन किया है़ केंद्र सरकार को यह रिपोर्ट जाने वाली है़ श्री शाहदेव ने कहा कि 17 प्रखंड ऐसे हैं, जहां सुखाड़ की भीषण स्थिति उत्पन्न हुई है़ इन प्रखंडों में 40 प्रतिशत से भी कम बारिश हुई है़ इन्हें ट्रिगर वन की श्रेणी में रखा गया है़ 9 जिले कम बारिश के कारण ज्यादा प्रभावित है़ं सरकार ने पहले ही फसल बीमा योजना के तहत 2 प्रतिशत राशि को माफ करने का ऐलान किया है़
मुख्यमंत्री ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को हरएक पंचायत पर 10 क्विंटल अनाज इमरजेंसी के तौर पर रखने का निर्देश दिया है़ राज्य सरकार किसानों के हित के प्रति संवेदनशील है़ सुखाड़ की स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही कमर कस चुकी है़ ऐसे में हेमंत सोरेन ने राज्यपाल से मिल कर किसानों के हित में घड़ियाली आंसू बहाने का काम किया है़ झामुमो नेता को जानकारी रखनी चाहिए कि रघुवर सरकार काम करने में विश्वास रखती है़ सरकार जनहित के मामले में राजनीतिक नाटक नहीं करती है़