रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हर बेटे का धर्म है कि वे अपने माता-पिता व अभिभावकों को जीवन में तीर्थ यात्रा कराये. झारखंड का बेटा होने के नाते मैं भी राज्य के गरीब असहाय वृद्धों को तीर्थ यात्रा कराकर अपना धर्म निभा रहा हूं. 2016 में इसी सोच के साथ मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की शुरुआत की. अब तक 5000 से ज्यादा तीर्थ यात्रियों को विभिन्न तीर्थ स्थलों की यात्रा करायी जा चुकी है.
उक्त बातें मुख्यमंत्री ने हटिया रेलवे स्टेशन पर मुख्यमंत्री तीर्थ योजना के तहत पुरी यात्रा के लिए ट्रेन रवाना करने से पूर्व लोगों को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि हर वृद्ध की यह इच्छा होती है कि तीर्थ यात्रा करे. सरकार राज्य के गरीब असहाय लोगों की यह इच्छा पूरी कर रही है. वृद्धों के साथ उनके परिवार का एक सदस्य भी साथ जा रहा है. इन सबका सारा खर्च सरकार वहन कर रही है.
मुख्यमंत्री ने सभी तीर्थ यात्रियों से यह अपील की कि तीर्थयात्रा के क्रम में अपने व अपने परिवार की भलाई के साथ ही झारखंड राज्य से गरीबी समाप्त करने का आशीर्वाद मांगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी कड़ी में राज्य के सरकारी स्कूल के बच्चों को शैक्षणिक यात्रा पर ले जाया जा रहा है. इससे उनका बौद्धिक विकास होगा. उनमें भी निजी स्कूलों के बच्चों की तरह ही मनोबल बढ़ेगा. बड़ी संख्या में छात्रों को इस योजना का लाभ मिल चुका है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ मेले की शुरुआत हो रही है. हर किसी की इच्छा होती है कुंभ में गंगा-स्नान करने की. राज्य सरकार कुंभ मेले के लिए यहां से गरीबों को अपने खर्च पर भेजेगी. मुख्यमंत्री ने 31 अक्टूबर को रन फॉर यूनिटी में भी भाग लेने की अपील करते हुए कहा कि सरदार पटेल ने देश को एकता के सूत्र में पिरोया. उन्हीं की जयंती पर देश को एकता के सूत्र में बांधे रखने के लिए इस दौड़ का आयोजन किया जा रहा है. हमें इस दौड़ में भाग लेकर सभी को एकता का संदेश देना है.
कार्यक्रम में केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री सुदर्शन भगत, विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव, राज्य के नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने भी अपनी बातें रखीं. इस दौरान सांसद रामटहल चौधरी, विधायक नवीन जायसवाल, डॉ जीतू चरण राम, गंगोत्री कुजूर, मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, पर्यटन सचिव राहुल शर्मा समेत बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.