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रांची : मेगा फूड पार्क में कब्जे के लिए उपायुक्त ने जारी किया नोटिस
सुनील चौधरी एनपीए के तहत राशि वसूली के लिए नीलामी करायेगा इलाहाबाद बैंक रांची : झारखंड मेगा फूड पार्क गेतलसूद के अधिग्रहण के लिए रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे ने नोटिस जारी किया है. इस मामले में आपत्ति करने के लिए उपायुक्त ने 10 दिनों का समय दिया है. यह नोटिस सरफेसी एक्ट 2002 […]
सुनील चौधरी
एनपीए के तहत राशि वसूली के लिए नीलामी करायेगा इलाहाबाद बैंक
रांची : झारखंड मेगा फूड पार्क गेतलसूद के अधिग्रहण के लिए रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे ने नोटिस जारी किया है. इस मामले में आपत्ति करने के लिए उपायुक्त ने 10 दिनों का समय दिया है. यह नोटिस सरफेसी एक्ट 2002 के अंतर्गत जारी किया गया है. अभी मेगा फूड पार्क बंद है और यहां कोई गतिविधि नहीं हो रही है. इस पर इलाहबाद बैंक हरमू शाखा रांची का 39 करोड़ 21 लाख 83 हजार 559 रुपये बकाया है.
झारखंड मेगा फूड पार्क लिमिटेड इस समय बंद है. बैंक द्वारा इसे एनपीए घोषित कर दिया गया है. इसी के तहत राशि वसूली के लिए बैंक इसकी नीलामी करायेगा. नीलामी के पूर्व सरफेसी एक्ट के तहत बैंक इसे अपने कब्जे में लेगा. उपायुक्त ने विज्ञप्ति जारी कर लिखा है कि सभी बैंक, जीवन बीमा निगम, सभी वित्तीय संस्थानों को सूचित किया जाता है कि इलाहाबाद बैंक हरमू कॉलोनी ब्रांच ने देनदार झारखंड मेगा फूड पार्क प्रालि के गेतलसूद इंडस्ट्रियल एरिया के 56 एकड़ भूमि, फ्लैट, मकान के दखल लेने के लिए सरफेसी एक्ट 2002 के तहत आवेदन किया है. इसके निदेशकों में अलिरजा अफजल थावर (एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर), निश्छल नवल मेहता, अभिजाग घाग, दीपंकर पंडा व के रवि कुमार का नाम भी दिया गया है.
39 करोड़ 21 लाख 83 हजार 559 रुपये बकाया हैं इलाहबाद बैंक हरमू शाखा के
100 करोड़ से अधिक निवेश किया जा चुका है एनपीए होने के पूर्व प्रमोटर द्वारा निर्माण पर
23 फरवरी 2009 को तत्कालीन केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री सुबोधकांत सहाय, बाबा रामदेव और तत्कालीन राज्यपाल सैयद सिब्ते रजी ने झारखंड मेगा फूड पार्क का शिलान्यास किया था. रियाडा द्वारा 56 एकड़ जमीन लीज पर झारखंड मेगा फूड पार्क लिमिटेड को दी गयी है.
धीरे-धीरे कर काम बढ़ता गया. निर्माण होता रहा. 16 फरवरी 2016 को मुख्यमंत्री रघुवर दास, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, साध्वी निरंजन ज्योति और पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण ने झारखंड मेगा फूड पार्क का उदघाटन किया था. पर स्थिति यह है कि एक भी यूनिट चालू नहीं हुई है और मेगा फूड पार्क अब बंद हो गया है.
इधर, बैंक को पैसा न मिलने से इसे एनपीए कर दिया गया है. बैंक द्वारा सरफेसी एक्ट के तहत पूरी परिसंपत्ति को अपने कब्जे में लेने के उपायुक्त के पास आवेदन दिया गया है. बताया गया कि इसके बाद बैंक इसकी नीलामी करायेगा. नीलामी के बाद जो नये प्रमोटर होंगे, वे इसे चला सकते हैं.
21 बड़े खाद्य प्रसंस्करण व 12 छोटे खाद प्रसंस्करण की यूनिट लगाने का प्लॉट तैयार
एनपीए होने के पूर्व ही प्रमोटर द्वारा झारखंड मेगा फूड पार्क के निर्माण एक सौ करोड़ से अधिक का निवेश किया जा चुका है. मेगा फूड पार्क में 21 बड़े खाद्य प्रसंस्करण व 12 छोटे खाद प्रसंस्करण की यूनिट लगाने का प्लॉट तैयार है. एक 10 एमवीए क्षमता के 33/11 केवी का पावर सब स्टेशन भी बना हुआ है. फूड पार्क के अंदर की सड़कें बनी हुई हैं.
दो वेयर हाउस, वर्कर हॉस्टल, प्रशासनिक भवन, वे ब्रिज बना हुआ है. चार कोल्ड स्टोरेज भी हैं, जो जहां-तहां से टूट रहे हैं. इनमें एसी लगा हुआ है. एक फूड टेस्टिंग लैब भी बना हुआ है. इसके अलावा 10 ट्रक और दो फ्रीजर वैन भी गोदाम में पड़े हुए हैं.
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