रांची : न पोस्टर, न बैनर, नि:स्वार्थ भाव से पहाड़ी मंदिर की मरम्मत में जुटा है युवाओं का दल, प्रभात खबर लगातार उठा रहा मुद्दा
राजेश तिवारी रांची : रांची पहाड़ी से हजारों शिव भक्तों की आस्था जुड़ी है. लेकिन, आज रांची पहाड़ी और यहां स्थित शिव मंदिर संकट में हैं. पहाड़ी से मिट्टी का कटाव हो रहा है, सीढ़ियां जर्जर हो रही हैं और शिव मंदिर समेत अन्य मंदिरों की दीवारों में दरारें पड़ने लगी हैं. प्रभात खबर लगातार […]
राजेश तिवारी
रांची : रांची पहाड़ी से हजारों शिव भक्तों की आस्था जुड़ी है. लेकिन, आज रांची पहाड़ी और यहां स्थित शिव मंदिर संकट में हैं. पहाड़ी से मिट्टी का कटाव हो रहा है, सीढ़ियां जर्जर हो रही हैं और शिव मंदिर समेत अन्य मंदिरों की दीवारों में दरारें पड़ने लगी हैं. प्रभात खबर लगातार पहाड़ी मंदिर से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाता आ रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम दिख रहे हैं. हम बात कर रहे हैं 35 युवाओं के उस दल की, जो नि:स्वार्थ भाव से पहाड़ी मंदिर के जीर्णोद्धार में लगा हुआ है.
खास बात यह है कि इस दल का न तो कोई नाम है और न ही बैनर. दल में शामिल युवाओं ने अपने स्तर से चंदा इकट्ठा किया है और पिछले एक महीने से पहाड़ी मंदिर में मरम्मत का काम कर रहे हैं.
दल का नेतृत्व सुभाष सेठ कर रहे हैं. श्री सेठ ने बताया कि अब तक मां दुर्गा के मंदिर का जीर्णोद्धार कर लिया है. भगवान भोलेनाथ के मुख्य मंदिर के गर्भगृह की खिड़कियों के टूटे शीशों को भी बदल दिया गया है. जबकि, दीवारों में पुट्टी लगाने का काम जारी है. इसके साथ ही सीढ़ियों से मलबा हटाने का काम भी चल रहा है. श्री सेठ ने बताया कि दल में ज्यादातर छात्र और कुछ स्थानीय व्यवसायी शामिल हैं. मरम्मत का काम सुबह से लेकर देर रात तक चल रहा है. दल के सदस्य दो पालियों में मरम्मत का काम कर रहे हैं.
दल में शामिल लोग
अभिषेक कुमार, अंकित, कृष्णा, सुबोध, डबलू सोनी, अंकित कुमार, अभिषेक शुक्ला, मिठ्ठू, डब्लू, सोनी, अंकुश, विवेक, अश्विनी, अंजीत, जीतेश, अमित, शुभम, सूरज, बमबम व अन्य.
पहाड़ी मंदिर पूरी रांची की आस्था का केंद्र है. इसलिए हमने अपने स्तर से इसकी मरम्मत का फैसला किया. हमारे दल में सभी लोग नि:स्वार्थ भाव से सेवा दे रहे हैं. अन्य लोग भी चाहें, तो इस कार्य में सहयोग कर सकते हैं.
सुभाष सेठ, निवासी, रांची
पहाड़ी मंदिर विकास समिति का पुनर्गठन होगा : एसडीओ
रांची : पहाड़ी मंदिर की सभी व्यवस्थाओं का बेहतर तरीके से संचालन करने के लिए पहाड़ी मंदिर विकास समिति का पुनर्गठन किया जायेगा. यह जानकारी एसडीओ गरिमा सिंह ने मंगलवार को विकास भवन में आयोजित मीडिया संवाद के दौरान दी. उन्होंने बताया कि समिति के महत्वपूर्ण पदों जैसे- अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष के लिए चुनाव कराया जा सकता है. इन सभी मुद्दों पर मंथन के लिए जल्द ही बैठक की जायेगी.
एसडीओ ने कहा कि पहाड़ी मंदिर में निर्माण कार्य को लेकर भी कई तरह की परेशानियां आ रही हैं. वर्ष 1992 में पहाड़ी मंदिर विकास समिति की एडहॉक कमेटी का गठन की गयी थी, जिसमें मात्र 15 सदस्य थे. वर्ष 2011 में कमेटी का निबंधन किया गया. उस दौरान कमेटी में 83 सदस्य शामिल थे.
वर्ष 2015 में भी कमेटी बनायी गयी थी, जिसमें 11 पदाधिकारी और लगभग 200 सदस्यों को शामिल किया गया था. इससे पहले मंगलवार को ही एसडीओ ने पहाड़ी मंदिर का निरीक्षण भी किया. इस दौरान उन्होंने पहाड़ी मंदिर की व्यवस्था से जुड़े कई लोगों से बातचीत भी की. साथ ही मंदिर की वर्तमान स्थिति का जायजा भी लिया.
चार सैंपल गड़बड़ पाये गये : मीडिया संवाद के दौरान एसडीओ ने बताया कि अब तक खाद्य सामग्रियों के 18 सैंपलों की जांच करायी जा चुकी है. इनमें से चार सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी है. सभी सैंपल सब स्टैंडर्ड पाये गये हैं. शिकायतें यह भी आ रही हैं कि दीपावली को लेकर मिठाइयों में भी मिलावट की जा रही है. जल्द ही इसकी भी जांच की जायेगी. उन्होंने कहा कि बाजार समिति में भी नियमित रूप से निरीक्षण किया जायेेगा.
पहाड़ी मंदिर के लिए नि:शुल्क सेवा देने को तैयार हूं : राजीव चड्डा
रांची : प्रसिद्ध आर्किटेक्ट राजीव चड्डा ने पहाड़ी मंदिर बचाने के लिए मुफ्त सेवा देने की बात कही है. श्री चड्डा ने कहा कि निर्माण कार्य में मेरा लंबा अनुभव है. रॉक गार्डन मैंने बनाया है. अभी करमटोली तालाब का जीर्णोद्धार कार्य भी मैं कर रहा हूं. रांची मेरा शहर है. अपनी सामाजिक जिम्मेवारियों के तहत मैं पहाड़ी मंदिर के संरक्षण में मदद करना चाहता हूं.
पहाड़ी मंदिर विकास समिति चाहे तो मैं नि:शुल्क सेवा देने को तैयार हूं. समिति के सदस्य मुझसे कभी भी संपर्क कर सकते हैं. वह मुझे साथ लेकर मंदिर जा सकते हैं. श्री चड्डा ने कहा कि मैं पहाड़ी मंदिर की स्थिति पर अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूं. एक बार जाकर चीजों को देख लूं, काम शुरू करूंगा तब ही कुछ कह सकता हूं.