रांची : लालू यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप रविवार को रांची से पटना के लिए रवाना हो गये. इस दौरान जब तेज प्रताप होटल से निकले तभी उनका तेवर कम नहीं था. तेज प्रताप तनाव में भी दिखे. पत्रकारों ने जब तेज प्रताप से बात की तो एक बार फिर उनका दर्द झलक गया. तेज प्रताप ने एक बार फिर दोहराया की उनका फैसला अब नहीं बदलेगा. मीडियाकर्मियों ने जब यह सवाल किया की क्या वह अपने पिता की बात नहीं मानेंगे तो उन्होंने दो टूक कहा की जब पिता उनकी बात नहीं मां रहे तो वह उनकी बात क्यों मानें. तेज ने कहा की परिवार में कोई भी आदमी उन्हें स्पोर्ट नहीं कर रहा है. तेज प्रताप खुद के गुस्से पर भी काबू नहीं कर पाये. उन्होंने उलटे मीडिया से ही सवाल किया की क्या वह मर जाएं…या फांसी लगाकर अपनी आत्महत्या कर लें ?
तेज प्रताप यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि जो मेरे साथ बरताव हुआ है उसे हम कोर्ट में बतायेंगे और जो याचिका हमने दायर किया है वह सब उसमें सब दर्ज है. यह पूछे जाने पर की आपका पॉलिटिकल कैरियर का क्या होगा? इस पर तेज प्रताप का जवाब था कि छोड़िये पॉलिटिकल कैरियर हम धार्मिक आदमी हैं. हमको इस सब से कोई मतलब नहीं है. जब उनसे यह कहा गया कि मामले के कारण परिवार का नुकसान हो रहा है इसका क्या? यह सुन तेज प्रताप गुस्से में बोले कि मेरा नुकसान नहीं हो रहा है. हम घूट-घूट के जिये, मर जाये क्या.. मर जाये हम…फांसी लगा ले क्या. तेज प्रताप ने कहा कि उनके परिवार ने उन्हें नकारते हुए ऐश्वर्या को ही सपोर्ट करना शुरू कर दिया है. इस कठिन परिस्थिति में परिवार वालों का साथ नहीं मिलने से दुखी हूं.
गौरतलब हो कि शनिवार को तेज प्रताप अपने पिता लालू प्रसाद यादव से रांची स्थित रिम्स में मुलाकात करने गये थें. रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती लालू यादव और तेज प्रताप यादव के बीच करीब 2 घंटे 40 मिनट तक मुलाकात चली थी. मुलाकात के बाद होटल में विश्राम करने पहुंचे तेज प्रताप की तबीयत अचानक बिगड़ गयी थी. तबीयत बिगड़ने की शिकायत पर डॉक्टरों की टीम वहां पहुंची थी. स्वास्थ्य जांच की प्रक्रिया के बाद डॉक्टरों की टीम ने तेज प्रताप को आराम करने की सलाह दी थी. वहीं, रविवार को डॉक्टरों के मुताबिक तेज प्रताप की सेहत स्थिर बतायी है.