रांची : नक्सल प्रभावित 20 स्थानों पर तैनात होगी बाइक एंबुलेंस
दूर-दराज के गांवों में प्राथमिक उपचार मुहैया कराने में मदद की जायेगी : सीआरपीएफ रांची : राज्य के नक्सल प्रभावित 20 अन्य इलाकों में भी जल्द ही मोटर साइकिल एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की जायेगी. सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत मोटरसाइकिल एंबुलेंस की तैनाती का यह निर्णय सीआरपीएफ आइजी संजय आनंद लाठकर ने लिया है. […]
दूर-दराज के गांवों में प्राथमिक उपचार मुहैया कराने में मदद की जायेगी : सीआरपीएफ
रांची : राज्य के नक्सल प्रभावित 20 अन्य इलाकों में भी जल्द ही मोटर साइकिल एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की जायेगी. सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत मोटरसाइकिल एंबुलेंस की तैनाती का यह निर्णय सीआरपीएफ आइजी संजय आनंद लाठकर ने लिया है. उन्होंने बताया कि 30 अक्तूबर को लातेहार से मोटरसाइकिल एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की गयी थी. इसी कड़ी में अन्य लोकेशन चिह्नित कर 20 और मोटरसाइकिल एंबुलेंस की तैनाती की जा रही है.
आइजी ने बताया कि अभियान के दौरान जब कोई जवान जंगल और दूर-दराज के इलाके या पहाड़ पर बीमार या घायल होता है उसके इलाज में समय लगता हैं. क्योंकि पहले उन्हें बाहर निकालना होता या पहाड़ से नीचे उतारना पड़ता है. इसमें जहां एक ओर समस्या होती है वहीं दूसरी ओर अस्पताल पहुंचने में समय भी अधिक लगता है. इसलिए ऐसे जवानों की प्राथमिक उपचार के लिए मोटरसाइकिल एंबुलेंस को भेजा जायेगा.
अगर जवान अत्यधिक गंभीर होगा, तब उसे बेहतर इलाज के लिए बाइक से ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जायेगा. वहीं दूसरी ओर गांव के दूर-दराज इलाके में रहने वाले ग्रामीणों को भी मोटरसाइकिल एंबुलेंस की सुविधा दी जायेगी. श्री लाठकर ने बताया कि उन्होंने देखा है कि जिन इलाके में बड़े वाहनों के जाने की सुविधा नहीं होती है.
वहां के लोग किसी के गंभीर रूप से बीमार होने पर उन्हें इलाज के लिए चारपहिया में लेटाकर ले जाते हैं. ऐसे में ग्रामीणों को भी जहां एक ओर परेशानी का सामना करना पड़ता है वहीं दूसरी ओर इसमें अधिक समय लगता है. इसलिए गांव में किसी के बीमार होने पर उन्हें भी इलाज के लिए नजदीक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने के लिए मोटरसाइकिल एंबुलेंस की सुविधा दी जायेगी.
वहीं उनके छोटी- मोटी बीमारी या घायल होने पर मोटरसाइकिल एंबुलेंस को गांव में भेज कर प्राथमिक उपचार किया जायेगा. आइजी ने बताया कि ग्रामीण मोटरसाइकिल एंबुलेंस का प्रयोग कर सकें, इसके लिए कुछ नंबर भी जारी किये गये हैं. ग्रामीणों के बीच इसका प्रसार- प्रसार किया जा रहा है. वर्तमान में मोटरसाइकिल एंबुलेंस में फर्स्ट एड की सुविधा है. सीआरपीएफ के जवान फर्स्ट एड की सुविधा देने के लिए प्रशिक्षित हैं. इसलिए कुछ जवानों को मोटरसाइकिल एंबुलेंस में तैनात किया गया है.