मांडर : टानाभगतों ने प्रखंड मुख्यालय के गेट पर की तालाबंदी, दिया धरना

मुख्य गेट पर तालाबंदी के कारण कर्मचारी चार घंटे तक अंदर फंसे रहे सीअो नेे उचित मांगों को पूरा कराने का आश्वासन देकर गेट खुलवाया मांडर : टानाभगतों ने विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार को प्रखंड मुख्यालय के मुख्य गेट में चार घंटे तक तालाबंदी की. दोपहर करीब 12 बजे से गेट पर ताला बंद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2018 8:12 AM
मुख्य गेट पर तालाबंदी के कारण कर्मचारी चार घंटे तक अंदर फंसे रहे
सीअो नेे उचित मांगों को पूरा कराने का आश्वासन देकर गेट खुलवाया
मांडर : टानाभगतों ने विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार को प्रखंड मुख्यालय के मुख्य गेट में चार घंटे तक तालाबंदी की. दोपहर करीब 12 बजे से गेट पर ताला बंद कर धरने की शक्ल में बैठे टानाभगतों का कहना था कि सरकार उनकी किसी मांग को पूरा नहीं कर रही है.
वे 2009 से टानाभगतों की जमीन की मापी 1908 के खतियान के आधार पर कराने, उसी की आधार पर वंशावली तैयार कराने, अपनी जमीन को बे लगान करने व जमींदारों द्वारा गलत तरीके से हड़पी गयी व अदालत से डाक बोल कर ली गयी जमीन को वापस करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. तालाबंदी के कारण प्रखंड व अंचल कार्यालय के कई कर्मचारी अंदर फंसे रहे.
मौके पर पहुंचे अंचलाधिकारी शंकर कुमार विद्यार्थी व थाना प्रभारी सतीश गोराई ने टानाभगतों को समझाया, लेकिन वे कुछ सुनने को तैयार नहीं थे. बाद में अंचलाधिकारी ने उचित मांग को ही पूरा करने के आश्वासन व अंदर फंसे प्रखंड कर्मियों को हो रही परेशानी का हवाला देकर शाम करीब चार बजे गेट का ताला खुलवाया.
मौके पर बुधुवा टानाभगत, भोला टानाभगत, चरवा टानाभगत, हेजु टानाभगत, बंधना टानाभगत, लोथे टानाभगत, रोजना टानाभगत, सुकरो टानाभगत, नन्हू टानाभगत, फगुआ टानाभगत आदि मौजूद थे. इससे पहले भी टानाभगतों ने अपनी मांग को लेकर 16 फरवरी को प्रखंड मुख्यालय में तालाबंदी की थी.

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