रांची : सरकार की उपेक्षा से झारखंड आंदोलनकारियों में आक्रोश
स्थापना दिवस पर सम्मानित नहीं किये जाने से हैं खफा रांची : राज्य स्थापना दिवस पर सम्मानित नहीं किये जाने से झारखंड आंदोलनकारियों में आक्रोश है. झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा की ओर से कहा गया है कि राज्य सरकार ने स्थापना दिवस के आयोजन पर करोड़ों रुपये खर्च किये. मुंबई से गायकों को बुलाया गया और […]
स्थापना दिवस पर सम्मानित नहीं किये जाने से हैं खफा
रांची : राज्य स्थापना दिवस पर सम्मानित नहीं किये जाने से झारखंड आंदोलनकारियों में आक्रोश है. झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा की ओर से कहा गया है कि राज्य सरकार ने स्थापना दिवस के आयोजन पर करोड़ों रुपये खर्च किये. मुंबई से गायकों को बुलाया गया और उन पर भी पैसे खर्च किये गये. पर जिनकी बदौलत राज्य बना और रघुवर दास मुख्यमंत्री बने, सरकार ने उनके लिए कोई घोषणा नहीं की.
मोर्चा के संयोजक मुमताज खान ने कहा कि अगर झारखंड अलग राज्य नहीं बनता, तो क्या रघुवर दास मुख्यमंत्री बन पाते? उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि स्थापना दिवस पर सरकार ने पारा शिक्षकों और पत्रकारों पर लाठीचार्ज कराया. अपना हक मांग रही महिलाअों को गिरफ्तार किया गया. मोर्चा इसकी निंदा करता है. यह जुल्म है और इससे साबित होता है कि मुख्यमंत्री तानाशाही की ओर बढ़ गये हैं.
एक दिसंबर से तेज होगा आंदोलन
मुमताज खान ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा एक दिसंबर से राज्य के सभी जिलों में आंदोलन तेज करेगा. इसके तहत सभी जिला मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन किया जायेगा. इसके बाद आंदोलन की अगली रणनीति बनायी जायेगी. जब तक झारखंड आंदोलनकारियों को सम्मानित नहीं किया जाता, उन्हें पेंशन/मुआवजा राशि का भुगतान नहीं होता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.