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रांची : एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने आंदोलन तेज करने का किया फैसला, पारा शिक्षकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू

रांची : एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में राज्य भर के पारा शिक्षक शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. पारा शिक्षकों के हड़ताल पर जाने के कारण लगभग 36,000 सरकारी प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य प्रभावित हुआ. पारा शिक्षकों के भरोसे चल रहे कई स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 17, 2018 12:36 AM
रांची : एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में राज्य भर के पारा शिक्षक शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. पारा शिक्षकों के हड़ताल पर जाने के कारण लगभग 36,000 सरकारी प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य प्रभावित हुआ. पारा शिक्षकों के भरोसे चल रहे कई स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो पायी.
उधर, संघर्ष मोर्चा ने अपने हक आैर अधिकार की लड़ाई को तेज करने का निर्णय लिया. मोर्चा ने कहा कि पुलिसिया जुल्म से पारा शिक्षक टूटेंगे नहीं, बल्कि आंदोलनरत 67,000 पारा शिक्षक एकजुट हैं. स्थायीकरण व वेतनमान की मांग को लेकर मोर्चा अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. हड़ताल में सभी 67,000 पारा शिक्षक शामिल हैं. इस कारण स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हुई है.
पारा शिक्षकों के भरोसे चलनेवाले कई स्कूलों का ताला भी नहीं खुल पाया है. कोई भी पारा शिक्षक बिना मांगों की पूर्ति के किसी भी कीमत पर विद्यालय नहीं जायेंगे. वक्ताअों ने कहा कि पुलिस आंदोलनकारी लगभग 300 पारा शिक्षकों को गैर जमानतीय धाराअों में गिरफ्तार कर जेल भेज रही है, उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है. उन्होंने अपने हक की आवाज बुलंद की है.
  • आज राज्य के सभी प्रखंड व जिला मुख्यालयों में मुख्यमंत्री का पुतला दहन
  • 18 नवंबर को मुख्यमंत्री के मेदिनीनगर में प्रस्तावित कार्यक्रम का विरोध, काला झंडा दिखायेंगे
  • 19 नवंबर से भाजपा व आजसू के सांसदों, मंत्रियों व विधायकों के आवास पर घेरा डालो-डेरा डालो कार्यक्रम
लोकतंत्र में आंदोलनकारी शिक्षकों को गिरफ्तार करना, जेल भेजना निंदनीय है. इससे पारा शिक्षक अपने हक के लिए आैर मजबूती से खड़े रहेंगे. पुलिस की इस कायराना कार्रवाई का परिणाम आनेवाले समय में सरकार को भुगतना पड़ेगा. कहा गया कि कुछ तकनीकी कारणों से हम सभी पारा शिक्षक सशरीर उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं. गिरफ्तार साथियों का मुकदमा मोर्चा लड़ेगा.
मोर्चा ने कहा कि इस तरह की अपमानजनक नाैकरी नहीं करेंगे. इस बार की लड़ाई आर-पार की होगी. इस बार किसी की नहीं सुनेंगे. मोर्चा 17 नवंबर को राज्‍य के सभी प्रखंड व जिला मुख्यालयों में मुख्यमंत्री रघुवर दास का पुतला दहन करेगा. 18 नवंबर को मुख्यमंत्री के मेदिनीनगर में प्रस्तावित कार्यक्रम में पलामू प्रमंडल के हजारों पारा शिक्षक विरोध करेंगे तथा काला झंडा दिखायेंगे. 19 नवंबर को राज्‍य के भाजपा व आजसू के सभी सांसदों, मंत्री, विधायकों के आवास पर घेरा डालो-डेरा डालो (खाना बनाना, खाना व सोना) कार्यक्रम शुरू किया जायेगा.
जिन लोकसभा व विधानसभा क्षेत्रों में गैर भाजपा, आजसू जन प्रतिनिधि हैं, वहां के पारा शिक्षक निकटस्थ क्षेत्र के मंत्री, विधायक व सांसद आवास पर रहेंगे. इस अवसर पर एकीकृत संघर्ष मोर्चा के विनोद बिहारी महतो, संजय कुमार दुबे, ऋषिकेश पाठक, बजरंग प्रसाद, नरोत्तम सिंह मुंडा, दशरथ ठाकुर, मोहन मंडल, सिंटू सिंह, बजरंग प्रसाद, बैजनाथ सहित दर्जनों प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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