रांची : आनेवाला समय युवाओं का है, इसलिए युवा पीढ़ी को मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास करें

सार्वभौम शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासभा के 40वें महाधिवेशन में कई राज्यों के प्रतिनिधि हुए शामिल कार्यक्रम में समाज को संगठित करने व दहेज मुक्त समाज के निर्माण पर दिया गया जोर अपने तेज को पहचानें व समय निकाल कर बेहतर बनने की कोशिश करें रांची : सार्वभौम शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासभा का 40वां महाधिवेशन रविवार को बूटी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 19, 2018 8:28 AM
सार्वभौम शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासभा के 40वें महाधिवेशन में कई राज्यों के प्रतिनिधि हुए शामिल
कार्यक्रम में समाज को संगठित करने व दहेज मुक्त समाज के निर्माण पर दिया गया जोर
अपने तेज को पहचानें व समय निकाल कर बेहतर बनने की कोशिश करें
रांची : सार्वभौम शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासभा का 40वां महाधिवेशन रविवार को बूटी मोड़ स्थित सूर्यमुखी दिनेश आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज के परशुराम सभागार में हुआ. इसमें संगठन को मजबूत व सशक्त बनाने पर सहमति बनी. वक्ताओं ने कहा कि श्राद्ध के भोजन का परित्याग करें.
अपने अंदर सूर्य जैसा तेज पैदा करने के लिए प्रतिदिन आदित्य हृदय स्रोत का पाठ अवश्य करें. युवा पीढ़ी को मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास होना चाहिए, क्योंकि आनेवाला समय युवाओं का है.
अपने बच्चों के साथ हर रोज कम से 45 मिनट गुजारें व उन्हें अच्छे संस्कार देने का प्रयास करें. इससे स्वस्थ समाज का निर्माण होगा. वक्ताओें ने कहा कि जब तक आप अपने तेज को नहीं समझेंगे, उसे जानने की कोशिश नहीं करेंगे, तब तक आप स्वयं को नहीं समझ पायेंगे. ऐसे में अपने तेज को पहचानने की कोशिश करें. थोड़ा समय निकाल कर बेहतर बनने की कोशिश करें.
कार्यक्रम में असम, ओड़िशा, बंगाल, उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान सहित कई राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए. विभिन्न राज्यों से आये लोगों ने इस बात को स्वीकारा कि अपने अंदर छुपी बुराइयों को समाप्त किये बिना न तो हम बेहतर बन सकते हैं और न ही बेहतर समाज की परिकल्पना कर सकते हैं.
महाधिवेशन में आर्थिक, राजनीतिक व सामाजिक प्रस्ताव की स्थिति व शाकद्वीपीय के प्रादुर्भाव पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी वैदेही शरण मिश्र ने अपने विचार रखे. इस मौके पर दहेज मुक्त वातावरण तैयार करने, मितव्ययिता बरतने, समाज के होनहार युवाओं का मार्गदर्शन करने, समाज की अपना धर्मशाला बनाने व राजनीतिक क्षेत्रों में प्रवेश पर सहमति बनी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कुलदीप व्यास शामिल हुए. धन्यवाद ज्ञापन डॉ अमिताभ कुमार ने किया.
इन्हें किया गया सम्मानित : कार्यक्रम में विजय नायक शर्मा (ओड़िशा), डाॅ हरेराम पाठक (असम), डाॅ सत्यनारायण पांडेय (जमशेदपुर), आचार्य नरोत्तम शास्त्री (रांची) व कुलदीप व्यास (जयपुर) को सम्मानित किया गया. वहीं मरणोपरांत डाॅ रंजन सुरिदेव व आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री को भास्कर रत्न से सम्मानित किया गया.
नयी कार्यकारिणी गठित, डॉ हरिहर प्रसाद पांडेय बने अध्यक्ष : इस दौरान नयी कार्यकारिणी का गठन किया गया. इसमें डाॅ हरिहर प्रसाद पांडेय अध्यक्ष, विजयानंद सरस्वती, लाल मोहन मिश्र, राधेश्याम पांडेय, आचार्य मिथिलेश कुमार मिश्र उपाध्यक्ष, आचार्य नरोत्तम शास्त्री मंत्री, कुंज बिहारी पांडेय, अनुराग भूषण पाठक, रीना मिश्र, सुनीता पांडेय सह-मंत्री, भोलानाथ पाठक संगठन मंत्री व प्रवीण कुमार शर्मा कोषाध्यक्ष बनाये गये.

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