रांची : चुटिया में शादीशुदा व्यक्ति ने फंदे से लटक कर दी जान
फर्जी हस्ताक्षर कर नागालैंड व दीमापुर से बनाया जा रहा हथियार का लाइसेंस रांची : दीमापुर और नागालैंड से फर्जी हस्ताक्षर के जरिये आर्म्स लाइसेंस जारी किया जा रहा है. ऐसे लाइसेंस जारी करने के नाम पर गिरोह से जुड़े लोग प्रति लाइसेंस दो से पांच लाख रुपये ले रहे हैं. धोखाधड़ी से तैयार किये […]
फर्जी हस्ताक्षर कर नागालैंड व दीमापुर से बनाया जा रहा हथियार का लाइसेंस
रांची : दीमापुर और नागालैंड से फर्जी हस्ताक्षर के जरिये आर्म्स लाइसेंस जारी किया जा रहा है. ऐसे लाइसेंस जारी करने के नाम पर गिरोह से जुड़े लोग प्रति लाइसेंस दो से पांच लाख रुपये ले रहे हैं. धोखाधड़ी से तैयार किये गये लाइसेंस बीकानेर जिला भेजे जा रहे हैं. बीकानेर जिला में हिस्ट्रीशीटर अपराधियों को आर्म्स लाइसेंस रुपये लेकर उपलब्ध कराया जा रहा है.
इसकी जानकारी मिलने के बाद नयी दिल्ली गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लिया है. पता लगाया जा रहा है कि इसके तार कहीं झारखंड से भी तो नहीं जुड़े हैं. इसके अलावा झारखंड के किसी अपराधी या किसी अन्य ने अवैध तरीके से नागालैंड या दीमापुर से फर्जी हस्ताक्षर पर जारी आर्म्स लाइसेंस के आधार पर हथियार तो नहीं लिया.
इस संबंध में गृह मंत्रालय ने झारखंड पुलिस से रिपोर्ट मांगी है. गृह मंत्रालय के निर्देश पर झारखंड के रांची जिला सहित विभिन्न जिलों में इसकी जांच शुरू कर दी गयी है. रांची जिला में इस संबंध में पता लगाने की जिम्मेवारी सभी थानेदारों को सौंपी गयी है. जांच के बाद की गयी कार्रवाई से संबंधित रिपोर्ट भी मांगी गयी है, ताकि रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय के जरिये गृह मंत्रालय को भेजा जा सके.
उल्लेखनीय है कि पूर्व में रांची के लोगों द्वारा जम्मू-कश्मीर सहित पूर्वोतर राज्यों से फर्जी तरीके से आर्म्स लाइसेंस बनाने की बात सामने आ चुकी है.
इस बात का खुलासा तब हुआ था, जब लोगों ने आर्म्स लाइसेंस रिन्यूअल करने के लिए आवेदन दिया था. तब संबंधित जिला से सत्यापन करने के बाद यह पाया गया कि मामले में फर्जी लाइसेंस के आधार पर हथियार खरीदे गये थे. इसके बाद कई लोगों के हथियार के लाइसेंस रद्द कर दिय गये थे. इस मामले में पूर्व में कुछ गार्ड का नाम सामने आ चुका है. जिन्होंने ड्यूटी के लिए जम्मू-कश्मीर से लाइसेंस बनवाये थे. बाद में उनका लाइसेंस ही जाली पाया गया.