हड़ताल से झारखंड में मनरेगा का काम हुआ ठप, जानें क्या-क्या योजनाएं हो रही हैं प्रभावित

जिलों व प्रखंडों में मजदूरों से काम कराने की संख्या दिख रही है शून्य रांची जिले में 25 से 26 हजार मजदूर हर दिन रोजगार पर लगते हैं रांची : मनरेगाकर्मियों की हड़ताल की वजह से राज्य भर में इसका काम ठप हो गया है. कई प्रखंडों में मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने की स्थिति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2018 6:46 AM
जिलों व प्रखंडों में मजदूरों से काम कराने की संख्या दिख रही है शून्य
रांची जिले में 25 से 26 हजार मजदूर हर दिन रोजगार पर लगते हैं
रांची : मनरेगाकर्मियों की हड़ताल की वजह से राज्य भर में इसका काम ठप हो गया है. कई प्रखंडों में मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने की स्थिति शून्य दिख रही है. हड़ताली मनरेगाकर्मी के काम की इंट्री नहीं की जा रही है.
ऐसे में मजदूर भी काम पर नहीं पहुंच रहे हैं. किसी-किसी प्रखंड को छोड़ कर अधिकतर जगहों पर प्रोग्रेस की स्थिति बिल्कुल नगण्य हो गयी है. केवल रांची जिले में हर दिन 25-26 हजार मजदूर हर दिन रोजगार से जुड़ते हैं. ऐसे में इतनी संख्या में मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है.
दूसरी तरफ, झारखंड मनरेगा मजदूर संघ का कहना है कि पूरे राज्य भर में एक दिन में चार लाख से ज्यादा मजदूरों की इंट्री रोजगार के लिए होती है, पर अभी सारा काम प्रभावित है. संघ के मुताबिक कुछ जगहों पर मजदूरों की इंट्री गलत तरीके से दिखायी जा रहा है. संघ के सचिव जॉन पीटर बागे का कहना है कि कुछ बीडीअो व पंचायत सेवकों द्वारा फर्जी इंट्री दिखायी जा रही है, जबकि वास्तव में मजदूर बिल्कुल काम नहीं कर रहे हैं.
क्या-क्या योजनाएं हो रही हैं प्रभावित
मनरेगाकर्मियों के हड़ताल पर जाने के कारण प्रत्यक्ष रूप से मनरेगा से संबंधित योजनाएं प्रभावित हो गयी हैं. इसके साथ ही पीएम आवास योजना (ग्रामीण) पर भी इसका असर पड़ा है. इसका काम कन्वर्जेंस के माध्यम से हो रहा है. ऐसे में मजदूरों के काम नहीं करने से काम प्रभावित हो रहा है. मनरेगाकर्मी 14वें वित्त आयोग का काम नहीं कर रहे हैं. शौचालय से जुड़ा काम भी प्रभावित हो गया है.
मनरेगाकर्मी मिले मुख्यमंत्री से
रांची : पांच दिनों से हड़ताल पर डटे मनरेगाकर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात की. उन्हें अपनी समस्याएं बतायी. इसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रतिनिधिमंडल की वार्ता ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अविनाश कुमार से हुई. श्री कुमार को प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन भी दिया. प्रधान सचिव ने उनकी समस्याएं सुनने के बाद इसका समाधान जल्द करने का आश्वासन दिया.
उन्होंने कहा कि जल्द ही कर्मचारियों को लिखित आश्वासन के लिए आमंत्रित किया जायेगा. इस बीच उनकी मांगों पर विभागीय स्तर पर विचार-विमर्श कर लिया जायेगा. मनरेगाकर्मी भारतीय मजदूर महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य साहू के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिलने गये थे. इधर वार्ता के बाद संघ ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं, वे हड़ताल पर डटे रहेंगे.
मौके पर भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष मकरु महतो, राम प्रवेश यादव, झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिरुद्ध पांडे , प्रदेश महासचिव मोहम्मद इम्तियाज, संघ की आत्मा कमेटी के अध्यक्ष उदय प्रसाद, सचिव जॉन पीटर बागे, मीडिया प्रभारी नवीन कुमार, अमित कुमार, दीपक कुमार व संघ के संरक्षक वीरेंद्र सिंह भोक्ता आदि उपस्थित थे.

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