रांची रेल डिवीजन में नहीं है अतिरिक्त कोच, ट्रेनों के परिचालन में परेशानी
रांची : रांची रेल डिवीजन में कोच की कमी के करण यात्रियों को परेशानी हो रही है. अगर किसी ट्रेन में यात्रियों की वेटिंग लिस्ट अधिक हो जाती है, तो अधिकारियों को उसमें एक कोच जोड़ने में पसीने छूट जाते हैं. कोच को ट्रेन में लगाने में तीन से चार घंटा लग जाते हैं. उक्त […]
रांची : रांची रेल डिवीजन में कोच की कमी के करण यात्रियों को परेशानी हो रही है. अगर किसी ट्रेन में यात्रियों की वेटिंग लिस्ट अधिक हो जाती है, तो अधिकारियों को उसमें एक कोच जोड़ने में पसीने छूट जाते हैं. कोच को ट्रेन में लगाने में तीन से चार घंटा लग जाते हैं.
उक्त कोच को ट्रेन के बीच में लगाया जाता है. इसके लिए ट्रेन के डब्बों को खोला जाता है. उसके बाद उसे पीछे ले जाया जाता है. इसके बाद नये लगे कोच की पूरी जांच की जाती है, जिसके बाद ट्रेन को रवाना किया जाता है. इससे ट्रेन को रवाना करने में देर हो जाती है.
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार रांची रेल डिवीजन में कंवेंशनल स्टॉक में 197 कोच हैं. जो सभी ट्रेनों में लगी हुई हैं. अगर किसी ट्रेन में एक से अधिक कोच खराब हो जाते हैं, तो जो ट्रेन देर रात रांची डिवीजन से रवाना होती है, उस ट्रेन से कोच निकाल कर उक्त ट्रेन में लगाया जाता है. रेलवे के पास एक भी अतिरिक्त कोच की व्यवस्था नहीं है.
वहीं, रांची रेल डिवीजन के पास एलएचबी स्टॉक में 33 कोच है, जबकि जरूरत 35 कोच की है. वहीं, गरीब रथ स्टॉक में स्थिति थोड़ी ठीक है. यहां जरूरत 35 कोच की है जबकि डिवीजन के पास 37 कोच उपलब्ध हैं. इस संबंध में रेलवे द्वारा मुख्यालय को रिपोर्ट भी भेजी गयी है और अतिरिक्त कोच की संख्या में बढ़ोतरी करने की बात कही गयी है.